विस्तार
Raj Yog In Kundali : वैदिक ज्योतिषशास्त्र में राज योग का विशेष महत्व होता है। कुंडली में राजयोग का बनना जातक के जीवन में सभी तरह के सुख-सुविधा और ऐशोआराम की तरफ संकेत देता है। राजयोग का मतलब ऐसे योग से होता है जिसमें जातक को हर एक चीज का फायदा मिलता है। जिन लोगों की कुंडली में राजयोग का सुख मिलता है उनको हर एक कार्य में सफलता मिलती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राजयोग बहुत ही कम लोगों की कुंडली में बनता है लेकिन अगर कुछ उपाय किए जाय तो कुंडली में राजयोग का निर्माण धीरे-धीरे बन सकता है। आइए जानते हैं राजयोग के लिए कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं।
कुंडली में राजयोग के उपाय
ज्योतिष के अनुसार जो व्यक्ति अपनी कुंडली में राजयोग का संयोग चाहते हैं वे नियमित रूप से 21 शुक्रवार तक देवी दुर्गा का व्रत रखें। देवी दुर्गा की पूजा में हर शुक्रवार को लाल रंग का कपड़ा जरूर चढ़ाएं। इसी के साथ लौंग, लाल रंग की चूड़ियां,कुछ कपूर के टुकड़,लाल फूल, बिछियां और सिंदूर मां को अर्पित करें। इस उपाय से कुंडली में शुभ योग बन सकता है।
शुक्रवार के अलावा रविवार के दिन भी अगर कुछ उपाय किया जाय तो कुंडली में राजयोग का सुख प्राप्त किया जा सकता है। रविवार के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा करें। ज्योतिष में सूर्य को मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा और धन लाभ का कारक माना जाता है। रविवार के दिन सू्र्य देव को जल अर्पित करने के साथ गेंहू,माणिक्य, तांबे का बर्तन, लाल गुलाल और लाल रंग के वस्त्रों का दान करें। ज्योतिष में ऐसी मान्यता है कि अगर कुंडली में सूर्य मजबूत होते हैं तो व्यक्ति को राजयोग का सुख प्राप्त होता है।