आमतौर पर डेंगू का वायरस नवंबर तक खत्म हो जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। डेंगू के अब भी रोजाना 8-10 केस रिपोर्ट हो रहे हैं। चंडीगढ़ के इतिहास में पहली बार केसों की संख्या 800 के पार पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने पहले दावा किया था कि इस बार नवंबर तक डेंगू का असर रहेगा, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसका असर अगले कुछ दिनों और रहने वाला है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लोगों को अभी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। लक्षण मिलने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें।
तापमान बना मुख्य वजह
बताया जा रहा है कि डेंगू के केस खत्म नहीं होने के पीछे की मुख्य वजह बढ़ता तापमान है। दिन का तापमान अब भी 28-30 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है। दो पहले दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा था। विशेषज्ञों का मानना है कि डेंगू मच्छर के लिए उपयुक्त तापमान करीब 24 से 34 डिग्री के आसपास माना जाता है।
इस समय चंडीगढ़ का तापमान बिल्कुल मच्छर के अनुकूल है। हालांकि फील्ड में लारवा न के बराबर है, लेकिन जो मच्छर पहले पनप गए थे, वे ही लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
स्कूल व धार्मिक स्थलों में मिल रहे लारवा
विशेषज्ञों ने बताया कि फील्ड में लारवा 95 प्रतिशत खत्म हो गया है। लारवा कुछ ही जगहों पर मिल रहा है। खासकर स्कूलों व धार्मिक स्थलों पर। कई स्कूलों को नोटिस भी जारी किया जा चुका है। उन्हें इस बारे में जानकारी भी दी जा रही है कि वे पानी न जमा होने दें। हालांकि घरों में अब ऐसी स्थिति नहीं मिल रही है। टीम का फोकस भी इन्हीं जगहों में है।
विभाग की ओर से फील्ड सर्वे जारी
स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विंग की ओर से चंडीगढ़ में अब भी फील्ड सर्वे चल रहा है। जिन इलाकों से ज्यादा केस आ रहे थे, उन इलाकों में फील्ड सर्वे चल रहा है। यह सर्वे नवंबर के आखिरी तक जारी रहेगा। सर्वे के दौरान मिल रहे लारवा को नष्ट किया जाता है और उन लोगों को जागरूक किया जाता है।
कोट
डेंगू के केस अब भी रिपोर्ट हो रहे हैं। इस बार डेंगू के केस दिसंबर तक आने की संभावना है। लोगों को सतर्क रहना होगा।
डा. अनिल गर्ग, असिस्टेंट डायरेक्टर मलेरिया विंग
आमतौर पर डेंगू का वायरस नवंबर तक खत्म हो जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। डेंगू के अब भी रोजाना 8-10 केस रिपोर्ट हो रहे हैं। चंडीगढ़ के इतिहास में पहली बार केसों की संख्या 800 के पार पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने पहले दावा किया था कि इस बार नवंबर तक डेंगू का असर रहेगा, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसका असर अगले कुछ दिनों और रहने वाला है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लोगों को अभी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। लक्षण मिलने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें।
तापमान बना मुख्य वजह
बताया जा रहा है कि डेंगू के केस खत्म नहीं होने के पीछे की मुख्य वजह बढ़ता तापमान है। दिन का तापमान अब भी 28-30 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है। दो पहले दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा था। विशेषज्ञों का मानना है कि डेंगू मच्छर के लिए उपयुक्त तापमान करीब 24 से 34 डिग्री के आसपास माना जाता है।
इस समय चंडीगढ़ का तापमान बिल्कुल मच्छर के अनुकूल है। हालांकि फील्ड में लारवा न के बराबर है, लेकिन जो मच्छर पहले पनप गए थे, वे ही लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
स्कूल व धार्मिक स्थलों में मिल रहे लारवा
विशेषज्ञों ने बताया कि फील्ड में लारवा 95 प्रतिशत खत्म हो गया है। लारवा कुछ ही जगहों पर मिल रहा है। खासकर स्कूलों व धार्मिक स्थलों पर। कई स्कूलों को नोटिस भी जारी किया जा चुका है। उन्हें इस बारे में जानकारी भी दी जा रही है कि वे पानी न जमा होने दें। हालांकि घरों में अब ऐसी स्थिति नहीं मिल रही है। टीम का फोकस भी इन्हीं जगहों में है।
विभाग की ओर से फील्ड सर्वे जारी
स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विंग की ओर से चंडीगढ़ में अब भी फील्ड सर्वे चल रहा है। जिन इलाकों से ज्यादा केस आ रहे थे, उन इलाकों में फील्ड सर्वे चल रहा है। यह सर्वे नवंबर के आखिरी तक जारी रहेगा। सर्वे के दौरान मिल रहे लारवा को नष्ट किया जाता है और उन लोगों को जागरूक किया जाता है।
कोट
डेंगू के केस अब भी रिपोर्ट हो रहे हैं। इस बार डेंगू के केस दिसंबर तक आने की संभावना है। लोगों को सतर्क रहना होगा।
डा. अनिल गर्ग, असिस्टेंट डायरेक्टर मलेरिया विंग