संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 अक्तूबर को देशभर में रेल रोको और 26 अक्तूबर को लखनऊ महारैली के अपने पूर्व घोषित कार्यक्रमों का एलान किया है। इसके तहत 18 अक्तूबर को देशभर में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक रेल-पटरियों पर धरना प्रदर्शन कर ट्रेन रोकी जाएंगी।
वहीं 26 अक्तूबर को सभी किसान संगठनों से लखनऊ पहुंचने का आह्वान किया गया है। किसान जत्थेबंदी के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने बताया कि शुक्रवार को तीनों खेती कानूनों, बिजली संशोधन बिल और पराली जलाने संबंधी अध्यादेशों के खिलाफ पंजाब में 17 जिलों में 68 स्थानों पर केंद्र सरकार और कारपोरेट घरानों के पुतले जलाए गए।
यह भी पढ़ें: सुपर-100 कार्यक्रम का असर: सरकारी स्कूलों के 26 बच्चों ने आईआईटी सीटों पर जमाया कब्जा, एससी वर्ग के 10 बच्चे शामिल
हत्यारे और मृतक से किसानों का संबंध नहीं : मोर्चा
उधर, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ. दर्शनपाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, सतनाम सिंह साहनी, हरिंदर सिंह लखोवाल, हरमीत सिंह कादियां, मेजर सिंह पुनावाला, बलदेव सिंह निहालगढ़, कुलदीप सिंह वजीदपुर ने कहा कि सिंघु बार्डर पर हुई घटना दुखदायी है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा का हत्यारे और मृतक, दोनों से ही कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और भाजपा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर किसान आंदोलन को बदनाम करना बंद करे।
विस्तार
संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 अक्तूबर को देशभर में रेल रोको और 26 अक्तूबर को लखनऊ महारैली के अपने पूर्व घोषित कार्यक्रमों का एलान किया है। इसके तहत 18 अक्तूबर को देशभर में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक रेल-पटरियों पर धरना प्रदर्शन कर ट्रेन रोकी जाएंगी।
वहीं 26 अक्तूबर को सभी किसान संगठनों से लखनऊ पहुंचने का आह्वान किया गया है। किसान जत्थेबंदी के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने बताया कि शुक्रवार को तीनों खेती कानूनों, बिजली संशोधन बिल और पराली जलाने संबंधी अध्यादेशों के खिलाफ पंजाब में 17 जिलों में 68 स्थानों पर केंद्र सरकार और कारपोरेट घरानों के पुतले जलाए गए।
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हत्यारे और मृतक से किसानों का संबंध नहीं : मोर्चा
उधर, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ. दर्शनपाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, सतनाम सिंह साहनी, हरिंदर सिंह लखोवाल, हरमीत सिंह कादियां, मेजर सिंह पुनावाला, बलदेव सिंह निहालगढ़, कुलदीप सिंह वजीदपुर ने कहा कि सिंघु बार्डर पर हुई घटना दुखदायी है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा का हत्यारे और मृतक, दोनों से ही कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और भाजपा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर किसान आंदोलन को बदनाम करना बंद करे।