चंडीगढ़। इंजीनियरिंग, विज्ञान और उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान व विकास, नवाचार, प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से फरीदाबाद की जेसी बोस विज्ञान व प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी और पंजाब यूनिवर्सिटी ने वीरवार को एक समझौता किया गया। जेसी बोस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर और पंजाब यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राजकुमार की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
प्रो. तोमर ने अकादमिक समझौते पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस समझौता से विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं और छात्रों को पंजाब यूनिवर्सिटी की सहभागिता में शोध परियोजनाओं पर काम करने के लिए अवसर मिलेगा जिससे दोनों विश्वविद्यालयों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की अकादमिक सहभागिता के माध्यम से विश्वविद्यालय का उद्देश्य अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है ताकि शोधकर्ताओं के लिए उभरते क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान करने के ज्यादा से ज्यादा अवसर सृजित हो। प्रो. राजकुमार ने उद्योग एवं अकादमिक संपर्क को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जेसी बोस विश्वविद्यालय औद्योगिक केंद्र में स्थित है। यह उद्योग से जुड़ी अनुसंधान परियोजनाओं को आसानी से हासिल कर सकता है जिससे दोनों विश्वविद्यालय को ऐसी परियोजनाओं पर मिलकर काम करने का अवसर मिलेगा और उद्योग को समाधान प्रदान करने के लिए दोनों परस्पर विशेषज्ञता को साझा कर सकते हैं। प्रो. राजकुमार ने जेसी विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी में खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय खेलों में अग्रणी है और यहां विश्वस्तरीय खेल सुविधाएं हैं। जेसी बोस विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी तैयार है। इस अवसर पर पीयू से सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन लेबोरेटरी के निदेशक प्रो. गंगा राम चौधरी, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से प्रो. कृष्ण कुमार सलूजा और डॉ. नरेश कुमार ने जेसी बोस विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक की तथा अनुसंधान एवं परस्पर सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की। इस अवसर पर जेसी बोस विश्वविद्यालय से डीन इंस्टीट्यूशन्स प्रो. संदीप ग्रोवर, निदेशक प्रो. नरेश चौहान, कुलसचिव डॉ. एसके गर्ग और डॉ. केएस आर्य मौजूद रहे।