पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने एक बार फिर विवाद को हवा दे दी है। करतारपुर कॉरिडोर से गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान पहुंचे सिद्धू ने पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना बड़ा भाई बताया है। करतारपुर में सिद्धू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रयासों से करतारपुर कॉरिडोर खुला है। बड़े भाई का बयान सामने आते ही भाजपा ने सिद्धू पर आरोप लगाए तो सिद्धू ने कहा कि बीजेपी वाले कुछ भी कहते रहें। वहीं मंत्री परगट सिंह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान जाते हैं तो वह देश प्रेमी होते हैं, लेकिन जब सिद्धू जाते हैं, तो वे देश द्रोहीहोते हैं... क्या मैं आपको भाई नहीं कह सकता.. हम गुरु नानक देव के दर्शन का पालन करते हैं।
करतारपुर में सिद्धू ने कहा कि जब अमीरों के लिए कराची-मुंबई मार्ग खोला जा सकता है, तो आम पंजाबियों के लिए लाहौर-अमृतसर मार्ग क्यों नहीं खोला जा सकता। पंजाब ननकाना साहिब के दर्शन के लिए क्यों नहीं आना चाहिए? पर्यटन को बढ़ावा क्यों नहीं दिया जाना चाहिए। अगर ऐसा होता है, तो दोनों पंजाब और दोनों देश 6 महीने के भीतर उतनी ही प्रगति करेंगे, जितनी 60 साल में होनी चाहिए। यह लोगों के जीवन को बदलने का सुनहरा अवसर है। मैं मोदी साहब और खान साहब से दरवाजे खोलने का अनुरोध करता हूं। इससे व्यापार में 275,000 करोड़ अमेरिकी डॉलर की संभावना है।
सिद्धू के साथ शिक्षा मंत्री परगट सिंह, कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी, संगत सिंह गिलजियां, कुलबीर जीरा, अमित विज, राजेंद्र सिंह और महेंद्र सिंह केपी करतारपुर साहिब गए थे। नवजोत सिंह सिद्धू का करतारपुर कॉरिडोर के पाकिस्तानी हिस्से में पहुंचने पर करतारपुर कॉरिडोर के सीईओ द्वारा गले में हार डालकर का स्वागत किया गया।
पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में सभी ने खुले दर्शन किए और पंगत में बैठकर लंगर ग्रहण किया। जाते वक्त तो सिर्फ सिद्धू एक शेर कह कर चल गए, पत्रकारों से कोई बातचीत नहीं की लेकिन शनिवार शाम को वापस लौटे सिद्धू ने कहा कि वह कॉरिडोर के दोबारा खुलने पर बाबा नानक का शुक्रिया करते हैं। यह भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कोशिशों से ही संभव हो पाया है। इस फैसले से 12 करोड़ नानक नाम लेवा संगत में खुशी की लहर है। सिद्धू ने आगे कहा कि वह सकारात्मक सोच के व्यक्ति हैं। वह आशा करते है कि दोनों देशों के बीच व्यापार खुलना चाहिए। अगर पंजाब की जिंदगी बदलनी है तो पाकिस्तान से व्यापार करना शुरू किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि अगर पंजाब को अनलॉक किया जाए तो यह 275 हजार करोड़ के व्यापार की संभावना पैदा करती है। दोनों देशों के बीच अलग कुछ भी नहीं है। अगर हम आगे बढ़ना चाहते हैं तो पंजाब मेडिकल टूरिज्म का आगाज करे। उन्होंने कहा कि वह पिछली बार जब करतारपुर साहिब गए था तो वहां कहा था कि इस मुकद्दस गुरु के द्वार को खोल दो असंख्य संभावनांए होंगी और आज वह फिर कहते है कि उन मंदिरों के द्वार खोल दो जहां उनकी आस्था के पुंज हैं। बाबा नानक के जन्म स्थान पर ज्यादा से ज्यादा जत्थों को जाने देना चाहिए। 40-50 को छोड़ कर पांच हजार श्रद्धालु भेजें। अगर हम आगे बढ़ना चाहते हैं तो हमे इन बिंदुओं पर चलना पड़ेगा।
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पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने एक बार फिर विवाद को हवा दे दी है। करतारपुर कॉरिडोर से गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान पहुंचे सिद्धू ने पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना बड़ा भाई बताया है। करतारपुर में सिद्धू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रयासों से करतारपुर कॉरिडोर खुला है। बड़े भाई का बयान सामने आते ही भाजपा ने सिद्धू पर आरोप लगाए तो सिद्धू ने कहा कि बीजेपी वाले कुछ भी कहते रहें। वहीं मंत्री परगट सिंह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान जाते हैं तो वह देश प्रेमी होते हैं, लेकिन जब सिद्धू जाते हैं, तो वे देश द्रोहीहोते हैं... क्या मैं आपको भाई नहीं कह सकता.. हम गुरु नानक देव के दर्शन का पालन करते हैं।
करतारपुर में सिद्धू ने कहा कि जब अमीरों के लिए कराची-मुंबई मार्ग खोला जा सकता है, तो आम पंजाबियों के लिए लाहौर-अमृतसर मार्ग क्यों नहीं खोला जा सकता। पंजाब ननकाना साहिब के दर्शन के लिए क्यों नहीं आना चाहिए? पर्यटन को बढ़ावा क्यों नहीं दिया जाना चाहिए। अगर ऐसा होता है, तो दोनों पंजाब और दोनों देश 6 महीने के भीतर उतनी ही प्रगति करेंगे, जितनी 60 साल में होनी चाहिए। यह लोगों के जीवन को बदलने का सुनहरा अवसर है। मैं मोदी साहब और खान साहब से दरवाजे खोलने का अनुरोध करता हूं। इससे व्यापार में 275,000 करोड़ अमेरिकी डॉलर की संभावना है।
सिद्धू के साथ शिक्षा मंत्री परगट सिंह, कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी, संगत सिंह गिलजियां, कुलबीर जीरा, अमित विज, राजेंद्र सिंह और महेंद्र सिंह केपी करतारपुर साहिब गए थे। नवजोत सिंह सिद्धू का करतारपुर कॉरिडोर के पाकिस्तानी हिस्से में पहुंचने पर करतारपुर कॉरिडोर के सीईओ द्वारा गले में हार डालकर का स्वागत किया गया।
पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में सभी ने खुले दर्शन किए और पंगत में बैठकर लंगर ग्रहण किया। जाते वक्त तो सिर्फ सिद्धू एक शेर कह कर चल गए, पत्रकारों से कोई बातचीत नहीं की लेकिन शनिवार शाम को वापस लौटे सिद्धू ने कहा कि वह कॉरिडोर के दोबारा खुलने पर बाबा नानक का शुक्रिया करते हैं। यह भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कोशिशों से ही संभव हो पाया है। इस फैसले से 12 करोड़ नानक नाम लेवा संगत में खुशी की लहर है। सिद्धू ने आगे कहा कि वह सकारात्मक सोच के व्यक्ति हैं। वह आशा करते है कि दोनों देशों के बीच व्यापार खुलना चाहिए। अगर पंजाब की जिंदगी बदलनी है तो पाकिस्तान से व्यापार करना शुरू किया जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि अगर पंजाब को अनलॉक किया जाए तो यह 275 हजार करोड़ के व्यापार की संभावना पैदा करती है। दोनों देशों के बीच अलग कुछ भी नहीं है। अगर हम आगे बढ़ना चाहते हैं तो पंजाब मेडिकल टूरिज्म का आगाज करे। उन्होंने कहा कि वह पिछली बार जब करतारपुर साहिब गए था तो वहां कहा था कि इस मुकद्दस गुरु के द्वार को खोल दो असंख्य संभावनांए होंगी और आज वह फिर कहते है कि उन मंदिरों के द्वार खोल दो जहां उनकी आस्था के पुंज हैं। बाबा नानक के जन्म स्थान पर ज्यादा से ज्यादा जत्थों को जाने देना चाहिए। 40-50 को छोड़ कर पांच हजार श्रद्धालु भेजें। अगर हम आगे बढ़ना चाहते हैं तो हमे इन बिंदुओं पर चलना पड़ेगा।