कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कारण स्थगित हुए रणजी ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने नई योजना बनाई है। बोर्ड सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन दो चरणों में करने जा रहा है। इसकी पुष्टि शुक्रवार को बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने दी। रणजी ट्रॉफी का आयोजन पहले 13 जनवरी से होना था, लेकिन कोरोना के कारण इसे टालना पड़ा था। टूर्नामेंट में 38 टीमें हिस्सा लेती हैं।
जय शाह ने रणजी को लेकर क्या कहा?
जय शाह ने कहा कि रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट को दो फेज में कराया जाएगा। पहले फेज में लीग मैच खेले जाएंगे। वहीं, दूसरे फेज में नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे। रणजी टूर्नामेंट का दूसरा फेज जून में खेला जाएगा। जय शाह ने कहा कि मेरी टीम इस योजना पर काम कर रही है। हम यह भी देख रहे हैं कि इस योजना से कोरोना के कारण उत्पन्न हुई परेशानियों को किस प्रकार कम किया जाए। हम पूरी कोशिश करेंगे कि इस बार हम रणजी के एक शानदार सीजन की मेजबानी करें। रणजी ट्रॉफी हमारी सबसे प्रतिष्ठित घरेलू प्रतियोगिता है। इससे भारतीय क्रिकेट को नए-नए टैलेंटेड क्रिकेटर्स मिलते हैं।
अरुण धूमल ने दी थी जानकारी
इससे पहले गुरुवार को बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा था कि हम टूर्नामेंट के लिए सभी संभावनाओं को तलाश रहे हैं। धूमल ने कहा- जब टूर्नामेंट को रोका गया था तब कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे थे। पिछले कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है कि मामलों में कमी आ रही है। रणजी ट्रॉफी संचालन टीम फिर से आयोजन को लेकर काम कर रही है। हम इस पर विचार कर रहे हैं कि क्या अगले महीने में लीग चरण के मुकाबले हो सकते हैं या नहीं।
दो चरणों में रणजी ट्रॉफी के आयोजन में क्या मुश्किलें होंगी?
बीसीसीआई अगर दो चरणों में टूर्नामेंट को आयोजित करता है तो दूसरे चरण में उसे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। जब दूसरे चरण का आयोजन होगा तब भारत कई हिस्सों में मानसून शुरू हो जाएगा। वहीं, कुछ हिस्सों में गर्मी तेज होगी। धूमल ने कहा- संचालन टीम मौसम, जगह की उपलब्धता और साथ ही खिलाड़ियों के लॉजिस्टिक मामलों को लेकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि 'हम टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए बहुत उत्सुक हैं। हम खिलाड़ियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे।' महामारी ने पिछले सीजन में भी घरेलू क्रिकेट को नुकसान पहुंचाया था। बीसीसीआई सिर्फ दो टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन कर सका था। इस दौरान बीसीसीआई ने वित्तीय नुकसान झेलने वाले सभी खिलाड़ियों को मुआवजा दिया था।
पहली बार रद्द हुआ था रणजी टूर्नामेंट
रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट 1934 से खेला जा रहा है। पहला मैच 4 नवंबर 1934 से मद्रास और मैसूर के बीच चेपक ग्राउंड में खेला गया था। मुंबई ने इस टूर्नामेंट को सबसे ज्यादा 41 बार जीता है। 1958-59 से लेकर 1972-73 तक मुंबई की टीम ने लगातार 15 बार खिताब जीता था। 86 साल में पहली बार पिछले साल रणजी ट्रॉफी रद्द करनी पड़ी थी। कोरोना की वजह से ऐसा हुआ था।
विस्तार
कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कारण स्थगित हुए रणजी ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने नई योजना बनाई है। बोर्ड सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन दो चरणों में करने जा रहा है। इसकी पुष्टि शुक्रवार को बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने दी। रणजी ट्रॉफी का आयोजन पहले 13 जनवरी से होना था, लेकिन कोरोना के कारण इसे टालना पड़ा था। टूर्नामेंट में 38 टीमें हिस्सा लेती हैं।
जय शाह ने रणजी को लेकर क्या कहा?
जय शाह ने कहा कि रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट को दो फेज में कराया जाएगा। पहले फेज में लीग मैच खेले जाएंगे। वहीं, दूसरे फेज में नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे। रणजी टूर्नामेंट का दूसरा फेज जून में खेला जाएगा। जय शाह ने कहा कि मेरी टीम इस योजना पर काम कर रही है। हम यह भी देख रहे हैं कि इस योजना से कोरोना के कारण उत्पन्न हुई परेशानियों को किस प्रकार कम किया जाए। हम पूरी कोशिश करेंगे कि इस बार हम रणजी के एक शानदार सीजन की मेजबानी करें। रणजी ट्रॉफी हमारी सबसे प्रतिष्ठित घरेलू प्रतियोगिता है। इससे भारतीय क्रिकेट को नए-नए टैलेंटेड क्रिकेटर्स मिलते हैं।
अरुण धूमल ने दी थी जानकारी
इससे पहले गुरुवार को बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा था कि हम टूर्नामेंट के लिए सभी संभावनाओं को तलाश रहे हैं। धूमल ने कहा- जब टूर्नामेंट को रोका गया था तब कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे थे। पिछले कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है कि मामलों में कमी आ रही है। रणजी ट्रॉफी संचालन टीम फिर से आयोजन को लेकर काम कर रही है। हम इस पर विचार कर रहे हैं कि क्या अगले महीने में लीग चरण के मुकाबले हो सकते हैं या नहीं।
दो चरणों में रणजी ट्रॉफी के आयोजन में क्या मुश्किलें होंगी?
बीसीसीआई अगर दो चरणों में टूर्नामेंट को आयोजित करता है तो दूसरे चरण में उसे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। जब दूसरे चरण का आयोजन होगा तब भारत कई हिस्सों में मानसून शुरू हो जाएगा। वहीं, कुछ हिस्सों में गर्मी तेज होगी। धूमल ने कहा- संचालन टीम मौसम, जगह की उपलब्धता और साथ ही खिलाड़ियों के लॉजिस्टिक मामलों को लेकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि 'हम टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए बहुत उत्सुक हैं। हम खिलाड़ियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे।' महामारी ने पिछले सीजन में भी घरेलू क्रिकेट को नुकसान पहुंचाया था। बीसीसीआई सिर्फ दो टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन कर सका था। इस दौरान बीसीसीआई ने वित्तीय नुकसान झेलने वाले सभी खिलाड़ियों को मुआवजा दिया था।
पहली बार रद्द हुआ था रणजी टूर्नामेंट
रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट 1934 से खेला जा रहा है। पहला मैच 4 नवंबर 1934 से मद्रास और मैसूर के बीच चेपक ग्राउंड में खेला गया था। मुंबई ने इस टूर्नामेंट को सबसे ज्यादा 41 बार जीता है। 1958-59 से लेकर 1972-73 तक मुंबई की टीम ने लगातार 15 बार खिताब जीता था। 86 साल में पहली बार पिछले साल रणजी ट्रॉफी रद्द करनी पड़ी थी। कोरोना की वजह से ऐसा हुआ था।