भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को सोमवार से आईपीएल की दो नई टीमों की नीलामी प्रक्रिया शुरू होने के बाद प्रत्येक फ्रेंचाइजी से 7000 करोड़ रुपये से 10,000 करोड़ रुपये तक मिलने की उम्मीद है। अभी हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि बीसीसीआई नीलामी की बोली का तकनीकी मूल्यांकन करने के बाद सोमवार को ही सफल बोली लगाने वालों की घोषणा करेगा या नहीं।
22 कंपनियों ने लिए हैं दस लाख रुपये मूल्य के निविदा दस्तावेज
ऐसी 22 कंपनियां हैं, जिन्होंने 10 लाख रुपये के निविदा (टेंडर) दस्तावेज लिए हैं। नई टीमों के लिए आधार मूल्य 2000 करोड़ रुपये रखा गया है। ऐसे में केवल पांच से छह गंभीर बोली लगाने वालों के होने की उम्मीद है। बीसीसीआई फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने के लिए तीन कंपनियों/व्यक्तियों के कॉन्सॉर्टियम (समूह) को भी अनुमति दे रहा है। इस नीलामी में बोली लगाने वाले किसी व्यक्ति या कंपनी के मामले में, उस विशेष इकाई का वार्षिक कारोबार न्यूनतम 3,000 करोड़ रुपये होना चाहिए और कॉन्सॉर्टियम के मामले में तीनों संस्थाओं में प्रत्येक का वार्षिक कारोबार 2,500 करोड़ रुपये होना चाहिए।
अदाणी और गोयनका ग्रुप रेस में
गौतम अदाणी और उनके अदाणी समूह से अहमदाबाद फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने की उम्मीद है। अदाणी समूह अगर बोली लगाता है तो उसके नई फ्रेंचाइजी के मालिक बनने की संभावना अधिक होगी। इसी तरह, संजीव गोयनका केआरपीएसजी समूह को भी एक नई फ्रेंचाइजी के लिए गंभीर बोली लगाने वाला माना जा रहा है।
संभावित बोली लगाने वालों से 3,500 करोड़ रुपये की न्यूनतम बोली की उम्मीद है। गोयनका दो साल के लिए पुणे फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स (आरपीएस) के मालिक रहे हैं और वह आईएसएल फ्रेंचाइजी एटीके मोहन बागान के मालिक भी हैं। ऐसी चर्चा है कि मैनचेस्टर यूनाइटेड के मालिक अवराम ग्लेजर के स्वामित्व वाले लांसर समूह ने भी बोली दस्तावेज लिया है। इस दौड़ में कोटक समूह, फॉर्मास्युटिकल (दवा बनाने वाली कंपनी) प्रमुख अरबिंदो फार्मा और टोरेंट समूह शामिल हैं।
अहमदाबाद और लखनऊ का दावा मजबूत
जहां तक शहरों का सवाल है तो अहमदाबाद और लखनऊ का दावा मजबूत नजर आ रहा है। अहमदाबाद के पास मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की क्षमता 100,000 से अधिक है जबकि लखनऊ के इकाना स्टेडियम की क्षमता लगभग 70,000 है। इस दौड़ में हालांकि इंदौर, गुवाहाटी, कटक, धर्मशाला और पुणे जैसे बेहतर क्रिकेट स्टेडियम वाले शहर भी शामिल हैं।
दीपिका-रणबीर का भी जुड़ाव संभव
इस बोली में भारत का एक पूर्व क्रिकेटर कॉन्सॉर्टियम में शामिल हो सकता हैं, जिसके नई फ्रेंचाइजी के लिए गंभीरता से बोली लगाने की उम्मीद है। सूत्र ने कहा, ‘हां, भारत का एक पूर्व सलामी बल्लेबाज लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च करने और कॉन्सॉर्टियम में अल्प हिस्सेदारी खरीदने के लिए तैयार है।’ बॉलीवुड की जोड़ी दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर के कॉन्सॉर्टियम का हिस्सा होने के बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है लेकिन वह किसी नई फ्रेंचाइजी के अल्प हिस्सेदार या ब्रांड दूत हो सकते हैं।
विस्तार
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को सोमवार से आईपीएल की दो नई टीमों की नीलामी प्रक्रिया शुरू होने के बाद प्रत्येक फ्रेंचाइजी से 7000 करोड़ रुपये से 10,000 करोड़ रुपये तक मिलने की उम्मीद है। अभी हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि बीसीसीआई नीलामी की बोली का तकनीकी मूल्यांकन करने के बाद सोमवार को ही सफल बोली लगाने वालों की घोषणा करेगा या नहीं।
22 कंपनियों ने लिए हैं दस लाख रुपये मूल्य के निविदा दस्तावेज
ऐसी 22 कंपनियां हैं, जिन्होंने 10 लाख रुपये के निविदा (टेंडर) दस्तावेज लिए हैं। नई टीमों के लिए आधार मूल्य 2000 करोड़ रुपये रखा गया है। ऐसे में केवल पांच से छह गंभीर बोली लगाने वालों के होने की उम्मीद है। बीसीसीआई फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने के लिए तीन कंपनियों/व्यक्तियों के कॉन्सॉर्टियम (समूह) को भी अनुमति दे रहा है। इस नीलामी में बोली लगाने वाले किसी व्यक्ति या कंपनी के मामले में, उस विशेष इकाई का वार्षिक कारोबार न्यूनतम 3,000 करोड़ रुपये होना चाहिए और कॉन्सॉर्टियम के मामले में तीनों संस्थाओं में प्रत्येक का वार्षिक कारोबार 2,500 करोड़ रुपये होना चाहिए।
अदाणी और गोयनका ग्रुप रेस में
गौतम अदाणी और उनके अदाणी समूह से अहमदाबाद फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने की उम्मीद है। अदाणी समूह अगर बोली लगाता है तो उसके नई फ्रेंचाइजी के मालिक बनने की संभावना अधिक होगी। इसी तरह, संजीव गोयनका केआरपीएसजी समूह को भी एक नई फ्रेंचाइजी के लिए गंभीर बोली लगाने वाला माना जा रहा है।
संभावित बोली लगाने वालों से 3,500 करोड़ रुपये की न्यूनतम बोली की उम्मीद है। गोयनका दो साल के लिए पुणे फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स (आरपीएस) के मालिक रहे हैं और वह आईएसएल फ्रेंचाइजी एटीके मोहन बागान के मालिक भी हैं। ऐसी चर्चा है कि मैनचेस्टर यूनाइटेड के मालिक अवराम ग्लेजर के स्वामित्व वाले लांसर समूह ने भी बोली दस्तावेज लिया है। इस दौड़ में कोटक समूह, फॉर्मास्युटिकल (दवा बनाने वाली कंपनी) प्रमुख अरबिंदो फार्मा और टोरेंट समूह शामिल हैं।
अहमदाबाद और लखनऊ का दावा मजबूत
जहां तक शहरों का सवाल है तो अहमदाबाद और लखनऊ का दावा मजबूत नजर आ रहा है। अहमदाबाद के पास मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की क्षमता 100,000 से अधिक है जबकि लखनऊ के इकाना स्टेडियम की क्षमता लगभग 70,000 है। इस दौड़ में हालांकि इंदौर, गुवाहाटी, कटक, धर्मशाला और पुणे जैसे बेहतर क्रिकेट स्टेडियम वाले शहर भी शामिल हैं।
दीपिका-रणबीर का भी जुड़ाव संभव
इस बोली में भारत का एक पूर्व क्रिकेटर कॉन्सॉर्टियम में शामिल हो सकता हैं, जिसके नई फ्रेंचाइजी के लिए गंभीरता से बोली लगाने की उम्मीद है। सूत्र ने कहा, ‘हां, भारत का एक पूर्व सलामी बल्लेबाज लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च करने और कॉन्सॉर्टियम में अल्प हिस्सेदारी खरीदने के लिए तैयार है।’ बॉलीवुड की जोड़ी दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर के कॉन्सॉर्टियम का हिस्सा होने के बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है लेकिन वह किसी नई फ्रेंचाइजी के अल्प हिस्सेदार या ब्रांड दूत हो सकते हैं।