न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, जोशीमठ
Published by: Nirmala Suyal Nirmala Suyal
Updated Sat, 31 Oct 2020 08:01 PM IST
विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी शनिवार को पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई। अब घाटी में जाने वाले सैलानियों को अगले साल तक घाटी के खुलने का इंतजार करना होगा। इस साल कोरोना के कारण बने हालातों से घाटी में पर्यटन की गतिविधियां बहुत सीमित रहीं। इस बार मात्र 932 पर्यटक ही घाटी के दीदार को पहुंच पाए। घाटी में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए यहां ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं।
फूलों की घाटी एक जून को खोल दी गई थी, लेकिन कोरोना के चलते यहां पर्यटकों को एक अगस्त से जाने की अनुमति दी गई। उसके बाद भी बहुत कम संख्या में पर्यटक घाटी के दीदार करने को पहुंच पाए। इस सीजन में मात्र 932 पर्यटक फूलों की घाटी पहुंचे, जिसमें विदेशी पर्यटक सिर्फ 11 हैं।
नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन को इस साल पर्यटकों से एक लाख 42 हजार 900 रुपये की आय हुई है। पर्यटकों की संख्या के लिहाज से साल 2019 सबसे अच्छा रहा। तब यहां देश-विदेश से 17 हजार 424 पर्यटक पहुंचे थे। फूलों की घाटी के रेंजर बृजमोहन भारती ने बताया कि फूलों की घाटी में अब किसी भी आम व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। घाटी में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए 10 ट्रैप कैमरे लगाने भी शुरू कर दिए हैं।
विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी शनिवार को पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई। अब घाटी में जाने वाले सैलानियों को अगले साल तक घाटी के खुलने का इंतजार करना होगा। इस साल कोरोना के कारण बने हालातों से घाटी में पर्यटन की गतिविधियां बहुत सीमित रहीं। इस बार मात्र 932 पर्यटक ही घाटी के दीदार को पहुंच पाए। घाटी में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए यहां ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं।
फूलों की घाटी एक जून को खोल दी गई थी, लेकिन कोरोना के चलते यहां पर्यटकों को एक अगस्त से जाने की अनुमति दी गई। उसके बाद भी बहुत कम संख्या में पर्यटक घाटी के दीदार करने को पहुंच पाए। इस सीजन में मात्र 932 पर्यटक फूलों की घाटी पहुंचे, जिसमें विदेशी पर्यटक सिर्फ 11 हैं।
नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन को इस साल पर्यटकों से एक लाख 42 हजार 900 रुपये की आय हुई है। पर्यटकों की संख्या के लिहाज से साल 2019 सबसे अच्छा रहा। तब यहां देश-विदेश से 17 हजार 424 पर्यटक पहुंचे थे। फूलों की घाटी के रेंजर बृजमोहन भारती ने बताया कि फूलों की घाटी में अब किसी भी आम व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। घाटी में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए 10 ट्रैप कैमरे लगाने भी शुरू कर दिए हैं।