होशियारपुर गांव से मंगलवार शाम पिता के साथ लापता हुए दो मासूम भाइयों के शव बुधवार को सेक्टर-34 की ग्रीन बेल्ट में लहूलुहान हालत में पड़े मिले। बच्चों का गला रेत कर हाथों की नसें काट दी गई थीं। दोनों की पहचान मोनू (6) और टिंका (3) के रूप में हुई है। वहीं, पिता महेश (32) का अभी कोई पता नहीं है, लेकिन मौके से उसकी खून सनी कमीज बरामद हुई है। पुलिस अब पिता की तलाश में जुटी है।
पुलिस के अनुसार, महेश दोनों बेटों को घुमाने के लिए मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे घर से निकला था। जब देर रात तक तीनों नहीं लौटे तो परिजनों ने लोगों से पूछताछ की। फिर महेश के पिता ओमप्रकाश ने पुलिस को 112 नंबर पर कॉल करके सूचना दे दी। पीआरवी पर तैनात दो पुलिसकर्मी परिजनों के साथ मिलकर तीनों की तलाश करने में जुट गए, लेकिन कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने बुधवार सुबह 11:30 बजे सेक्टर-49 कोतवाली में तीनों की गुमशुदगी दर्ज करा दी।
दोपहर करीब 12:30 बजे सेक्टर-34 की ग्रीन बेल्ट में दो बच्चों के शव मिलने की जानकारी पुलिस को हुई। सेक्टर-24 कोतवाली पुलिस ने वायरलेस पर सूचना दी तो पता चला कि सेक्टर-49 कोतवाली के होशियारपुर गांव निवासी पिता व दो बच्चे भी लापता हैं। शिनाख्त के लिए पुलिस ने परिजनों को बुलवाया तो उन्होंने दोनों बच्चों को पहचान लिया। शव बिला बांग स्कूल के पास बनी ग्रीन बेल्ट में घने पेड़ों के बीच पड़े थे।
पुलिस को जांच में पता चला है कि महेश फेज-दो की एक कंपनी में नौकरी करता था। एक माह पहले उसकी नौकरी चली गई थी। इसके बाद से वह तनाव में था और शराब भी पीने करने लगा था। घटना की सूचना मिलने पर अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार, एडीसीपी रणविजय सिंह, एसीपी रजनीश कुमार वर्मा ने मौके का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने डॉग स्क्वायड और फारेंसिक टीम से भी जांच करानी शुरू कर दी है।
पिता व दो बच्चे लापता हो गए थे। बुधवार को बच्चों के शव ग्रीन बेल्ट में मिले, लेकिन पिता लापता है। उसकी तलाश की जा रही है। जब तक पिता का पता नहीं लगता, कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि दो मासूमों की हत्या किसने और क्यों की है। वैसे पुलिस इस मामले में कई कोण से जांच कर रही है।
- रणविजय सिंह, एडीसीपी नोएडा जोन
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होशियारपुर गांव से मंगलवार शाम पिता के साथ लापता हुए दो मासूम भाइयों के शव बुधवार को सेक्टर-34 की ग्रीन बेल्ट में लहूलुहान हालत में पड़े मिले। बच्चों का गला रेत कर हाथों की नसें काट दी गई थीं। दोनों की पहचान मोनू (6) और टिंका (3) के रूप में हुई है। वहीं, पिता महेश (32) का अभी कोई पता नहीं है, लेकिन मौके से उसकी खून सनी कमीज बरामद हुई है। पुलिस अब पिता की तलाश में जुटी है।
पुलिस के अनुसार, महेश दोनों बेटों को घुमाने के लिए मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे घर से निकला था। जब देर रात तक तीनों नहीं लौटे तो परिजनों ने लोगों से पूछताछ की। फिर महेश के पिता ओमप्रकाश ने पुलिस को 112 नंबर पर कॉल करके सूचना दे दी। पीआरवी पर तैनात दो पुलिसकर्मी परिजनों के साथ मिलकर तीनों की तलाश करने में जुट गए, लेकिन कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने बुधवार सुबह 11:30 बजे सेक्टर-49 कोतवाली में तीनों की गुमशुदगी दर्ज करा दी।
दोपहर करीब 12:30 बजे सेक्टर-34 की ग्रीन बेल्ट में दो बच्चों के शव मिलने की जानकारी पुलिस को हुई। सेक्टर-24 कोतवाली पुलिस ने वायरलेस पर सूचना दी तो पता चला कि सेक्टर-49 कोतवाली के होशियारपुर गांव निवासी पिता व दो बच्चे भी लापता हैं। शिनाख्त के लिए पुलिस ने परिजनों को बुलवाया तो उन्होंने दोनों बच्चों को पहचान लिया। शव बिला बांग स्कूल के पास बनी ग्रीन बेल्ट में घने पेड़ों के बीच पड़े थे।
पुलिस को जांच में पता चला है कि महेश फेज-दो की एक कंपनी में नौकरी करता था। एक माह पहले उसकी नौकरी चली गई थी। इसके बाद से वह तनाव में था और शराब भी पीने करने लगा था। घटना की सूचना मिलने पर अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार, एडीसीपी रणविजय सिंह, एसीपी रजनीश कुमार वर्मा ने मौके का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने डॉग स्क्वायड और फारेंसिक टीम से भी जांच करानी शुरू कर दी है।
पिता व दो बच्चे लापता हो गए थे। बुधवार को बच्चों के शव ग्रीन बेल्ट में मिले, लेकिन पिता लापता है। उसकी तलाश की जा रही है। जब तक पिता का पता नहीं लगता, कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि दो मासूमों की हत्या किसने और क्यों की है। वैसे पुलिस इस मामले में कई कोण से जांच कर रही है।
- रणविजय सिंह, एडीसीपी नोएडा जोन