गोररखपुर- बस्ती मंडल में उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) शासन के आदेश पर अंतिम समय पर स्थगित की गई। परीक्षा केंद्रों से अभ्यर्थियों को वापस भेजा जा रहा है। बस्ती की डीएम सौम्या अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की है। अचानक आए शासन के आदेश से परीक्षार्थियों और प्रशासन के अधिकारियों में अफरातफरी मच गई।
गोरखपुर
जिले के 121 केंद्रों पर आयोजित होने वाली इस परीक्षा में 61230 अभ्यर्थियों को शामिल होना था।। जिले के प्रथम पाली में 70 परीक्षा केंद्र पर 35306 परीक्षार्थी एवं द्वितीय पाली में 51 परीक्षा केंद्रो पर 25924 परीक्षार्थी सम्मिलित होने थे। प्रथम पाली प्रात: समय 10:00 बजे से 12:30 बजे एवं द्वितीय पाली समय 2:30 बजे से 5:00 बजे तक परीक्षार्थी सम्मिलित होने थे।
परीक्षा रद्द होने के विरोध में एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में आज 12:30 बजे गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
बस्ती
जिले में 37 केंद्रों पर करीब 29 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होने पहुंचे थे। लेकिन करीब दस बजे अचानक परीक्षा स्थगित कर दी गई। इसके बाद केंद्रों से अभ्यर्थी मायूस होकर घर लौट गए। डीएम सौम्या अग्रवाल ने कहा कि अगले दिशानिर्देश के अनुसार परीक्षा कराई जाएगी। यहां दो पाली में परीक्षा होनी थी। प्राथमिक स्तर की परीक्षा प्रथम पाली में सुबह दस से 12:30 बजे तक तथा उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा द्वितीय पाली में दोपहर 2:30 से पांच बजे तक आयोजित की जानी थी। प्रथम पाली में 17664 अभ्यर्थी शामिल होने थे। द्वितीय पाली की परीक्षा 26 केंद्रों पर होनी थी। इसमें 11328 अभ्यर्थी शामिल होने थे।
सिद्धार्थनगर
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) रविवार को दो पाली में आयोजित थी। अभ्यर्थी केंद्रों पर पहुंच गए, चेकिंग के बाद कमरे में प्रवेश भी ले लिया। इसके बाद एकाएक परीक्षा निरस्त होने की सूचना के बाद हड़कंप मच गया और देखते ही देखते अभ्यर्थियों से पेपर वापस ले लिए गए। अभ्यर्थी मायूस होकर बाहर निकले।
जिले के 12 केंद्रों पर सुबह 10 बजे से टीईटी परीक्षा में सघन चेकिंग और प्रवेश पत्र देखने के बाद परीक्षार्थियों को कक्ष में सीट के आधार पर बैठाया गया। पेपर भी बंट गया और हाजिरी भी लग गई। इसके बाद सूचना आई कि परीक्षा निरस्त हो गई और तत्काल पेपर वापस ले लिया जाए। इसके बाद कक्ष निरीक्षकों ने परीक्षार्थियों से पेपर वापस लिए। परीक्षार्थियों का कहना था कि इतनी तैयारी करके आए थे। मगर परीक्षा निरस्त होने से अब संकट खड़ा हो गया। बड़ी दिक्कत होगी। वहीं इस बारे में जिला विद्यालय निरीक्षक अवधेश नारायण मौर्य ने बताया कि शासन से सूचना मिलने के बाद परीक्षा निरस्त किया गया है।
कुशीनगर
कक्ष में बैठे परीक्षार्थियों को जैसे ही पता चला कि परीक्षा निरस्त हो गई है, उन्हें काफी मायूसी हुई। उनका कहना था कि परीक्षा देने के लिए कई दिन से तैयारी कर रहे थे।
शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए कुशीनगर जिले में 15 केंद्र बनाए गए थे। यह केंद्र पडरौना, कसया, हाटा सहित विभिन्न स्थानों पर बने थे। कुल 9374 परीक्षार्थी जिले में पंजीकृत थे। वहां सुबह दस बजे से परीक्षा शुरू हुई। अभी आधा घंटा ही बीता था कि पर्चा लीक होने की वजह से परीक्षा निरस्त होने की जानकारी दी गई। इसके बाद परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों में मायूसी छा गई। तैनात पुलिसकर्मियों ने शांतिपूर्वक सभी परीक्षार्थियों को बाहर निकाला, ताकि किसी तरह का हंगामा या विवाद न होने पाए।
विस्तार
गोररखपुर- बस्ती मंडल में उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) शासन के आदेश पर अंतिम समय पर स्थगित की गई। परीक्षा केंद्रों से अभ्यर्थियों को वापस भेजा जा रहा है। बस्ती की डीएम सौम्या अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की है। अचानक आए शासन के आदेश से परीक्षार्थियों और प्रशासन के अधिकारियों में अफरातफरी मच गई।
गोरखपुर
जिले के 121 केंद्रों पर आयोजित होने वाली इस परीक्षा में 61230 अभ्यर्थियों को शामिल होना था।। जिले के प्रथम पाली में 70 परीक्षा केंद्र पर 35306 परीक्षार्थी एवं द्वितीय पाली में 51 परीक्षा केंद्रो पर 25924 परीक्षार्थी सम्मिलित होने थे। प्रथम पाली प्रात: समय 10:00 बजे से 12:30 बजे एवं द्वितीय पाली समय 2:30 बजे से 5:00 बजे तक परीक्षार्थी सम्मिलित होने थे।
परीक्षा रद्द होने के विरोध में एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में आज 12:30 बजे गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।