हमीरपुर। जिला मुख्यालय हमीरपुर में दोसड़का स्थित एक प्राइवेट लिमिटेड फाइनेंस कंपनी के गड़बड़झाले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को आरोपी की जमानत याचिका प्रदेश उच्च न्यायालय में खारिज होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। मंगलवार को आरोपी को हमीरपुर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से आरोपी को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। अब रिमांड अवधि के दौरान पुलिस आरोपी से कंपनी में जमापूंजी और कंपनी में उसके अन्य सहयोगियों के बारे में पता लगाएगी। इसके बाद न्यायालय में चालान पेश किया जाएगा। इस निजी फाइनेंस कंपनी में लोगों की जमा राशि करोड़ों की है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया हुआ है। काफी समय से मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बचा हुआ था। कई लोगों ने फाइनेंस कंपनी के बंद होने के बाद इस कर्ता-धर्ता के खिलाफ करोड़ों रुपये के लेन-देन में गड़बड़झाला को लेकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया था। यह मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा, जहां से उसे जमानत मिली थी। लेकिन, बीते रोज हाईकोर्ट ने उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया। उसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर अगली जांच शुरू कर दी है। पूर्व सैनिक विधि चंद सोनी का कहना है कि फाइनेंस कंपनी में लोगों ने लाखों का निवेश किया हुआ है। लेकिन, जब कंपनी से राशि वापस लेने की लोगों की ओर से मांग उठाई जाने लगी तो इसे देने में फाइनेंस कंपनी की ओर से आनाकानी की जाने लगी। उनका कहना है कि पुलिस में करीब 9 करोड़ का मामला दर्ज है।
एक अन्य पीड़ित महिला का कहना है कि उन्होंने 6 से 7 लाख की एफडीआर की हुई थी। उसने अपनी पोती और बेटी के अलावा परिजनों के नाम पर यह राशि जमा करवाई थी, लेकिन जब वापस लेने की मांग की गई तो उसे देने में आनाकानी की जाने लगी। वहीं, फाइनेंस कंपनी में अपनी राशि जिन लोगों ने जमा करवाई है, उन्होंने मंगलवार को पुलिस स्टेशन में पहुंचकर मांग उठाई है कि उनकी जो भी राशि है उसे अतिशीघ्र रिकवर किया जाए।
वहीं, एसएचओ हमीरपुर संजीव गौतम का कहना है कि शिकायत के बाद मुख्य आरोपी जो जमानत पर चल रहा था, उसकी हाईकोर्ट ने जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। मंगलवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।