कर्नाटक विधान परिषद के कांग्रेस पार्षद प्रकाश राठौड़ शुक्रवार को सदन में अपने मोबाइल पर कथित तौर पर अश्लील सामग्री देखते पाए गए। इसके फुटेज कुछ कन्नड़ समाचार चैनलों ने प्रसारित कर दिया। इस पर जब बवाल मचा तो राठौड़ ने आरोप को खारिज करते हुए सफाई दी। इससे पहले 2012 में कर्नाटक विधानसभा में तीन मंत्री अश्लील सामग्री देखते पाए गए थे।
चैनलों ने धुंधला कर प्रसारित किया
फुटेज में सदन की कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन में राठौड़ कोई वीडियो देखते दिखाई देते हैं, जिसे समाचार चैनलों ने धुंधला कर प्रसारित किया। राठौड़ ने आरोप को खारिज करते हुए संवाददाताओं से कहा कि वह प्रश्नकाल के दौरान सरकार से प्रश्न पूछने के लिए अपने मोबाइल में सवाल से संबंधित सामग्री देख रहे थे और अपने फोन पर आई कुछ सामग्री डिलीट कर रहे थे क्योंकि ‘स्पेस’ भर गया था।
राठौड़ ने कहा कि वह जब सवाल से संबंधित सामग्री देख रहे थे तो बहुत सारे संदेश थे, जिन्हें स्पेस भरने की वजह से डिलीट कर रहा था...आपने क्या देखा और क्या दिखाया, मुझे नहीं पता। मैं ऐसी चीजें कभी नहीं करूंगा।
2012 में भाजपा के मंत्रियों को देना पड़ा था इस्तीफा
इसी तरह की एक घटना में 2012 में तीन मंत्री विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन पर अश्लील क्लिप देखते कैमरे में कैद हो गए थे, जिससे तत्कालीन भाजपा सरकार को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी। घटना के बाद तीनों मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था।
कर्नाटक विधान परिषद के कांग्रेस पार्षद प्रकाश राठौड़ शुक्रवार को सदन में अपने मोबाइल पर कथित तौर पर अश्लील सामग्री देखते पाए गए। इसके फुटेज कुछ कन्नड़ समाचार चैनलों ने प्रसारित कर दिया। इस पर जब बवाल मचा तो राठौड़ ने आरोप को खारिज करते हुए सफाई दी। इससे पहले 2012 में कर्नाटक विधानसभा में तीन मंत्री अश्लील सामग्री देखते पाए गए थे।
चैनलों ने धुंधला कर प्रसारित किया
फुटेज में सदन की कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन में राठौड़ कोई वीडियो देखते दिखाई देते हैं, जिसे समाचार चैनलों ने धुंधला कर प्रसारित किया। राठौड़ ने आरोप को खारिज करते हुए संवाददाताओं से कहा कि वह प्रश्नकाल के दौरान सरकार से प्रश्न पूछने के लिए अपने मोबाइल में सवाल से संबंधित सामग्री देख रहे थे और अपने फोन पर आई कुछ सामग्री डिलीट कर रहे थे क्योंकि ‘स्पेस’ भर गया था।
राठौड़ ने कहा कि वह जब सवाल से संबंधित सामग्री देख रहे थे तो बहुत सारे संदेश थे, जिन्हें स्पेस भरने की वजह से डिलीट कर रहा था...आपने क्या देखा और क्या दिखाया, मुझे नहीं पता। मैं ऐसी चीजें कभी नहीं करूंगा।
2012 में भाजपा के मंत्रियों को देना पड़ा था इस्तीफा
इसी तरह की एक घटना में 2012 में तीन मंत्री विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन पर अश्लील क्लिप देखते कैमरे में कैद हो गए थे, जिससे तत्कालीन भाजपा सरकार को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी। घटना के बाद तीनों मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था।