केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के अध्यक्ष के सुधाकरन ने शनिवार को सत्ताधारी पार्टी की छात्र इकाई एसएफआई (स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया) के एक कार्यकर्ता की हाल में हुई हत्या को लेकर सीपीआई (एम) की आलोचना की। सुधाकरन ने शनिवार को दावा किया कि गिरफ्तार किए गए यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का इस घटना से कोई संबंध नहीं है।
कन्नूर से सांसद सुधाकरन ने आरोप लगाया कि 21 वर्षीय एसएफआई कार्यकर्ता राजेंद्रन मार्क्सवादी पार्टी की हिंसक राजनीति का शिकार हुआ था। उन्होंने कहा कि गवाहों ने भी यह नहीं कहा है कि गिरफ्तार किए गए युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसे चाकू मारा था। राजेंद्रन की हत्या पिछले सप्ताह इडुक्की में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में कर दी गई थी।
एसएफआई कार्यकर्ता की हत्या के कथित गवाह माने जा रहे कुछ छात्रों की एक वीडियो क्लिप दिखाते हुए सुधाकरन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इनमें से किसी ने भी यह नहीं कहा है कि कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या किसने की थी। उन्होंने कहा कि आखिर किस तरह किसी अपराध की जिम्मेदारी यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर डाली जा सकती है।
'सीपीआई (एम) ने हत्या का जश्न मनाने की कोशिश की'
उन्होंने कहा, 'किसी की जान जाना एक बेहद दुखद घटना है। मेरा दिमाग लोहे और पत्थर का बना हुआ नहीं है... मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो मृतक के परिजनों के दुख-दर्द को समझ सकता हूं। लेकिन सीपीआई (एम) ने इस दुखद घटना के तुरंत बाद उसके नाम पर एक मेमोरियल बनवाने के लिए जमीन खरीद कर उसकी मृत्यु का जश्न मनाने की कोशिश की थी।
सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते हुए के सुधाकरन ने यह भी कहा कि जब मृतक छात्र की मृत्यु का दुख मनाया जा रहा था उस समय भी सीपीआई (एम) ने एक विशाल पारंपरिक समूह नृत्य 'थिरुवथिरक्कली' का आयोजन करने में भी कोई हिचक नहीं दिखाई। उन्होंने कहा, राजेंद्रन का परिवार कांग्रेसी पृष्ठभूमि से आता है और मैं उनसे मिलने के लिए जाना चाहता हूं।
पुलिस ने यूथ कांग्रेस के दो नेताओं को गिरफ्तार किया
इस हत्या के मामले में जिला स्तरीय यूथ कांग्रेस नेताओं निखिल पैली और जेरिन जिजो को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। दोनों पर कथित रूप से राजेंद्रन की चाकू मार कर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। इस घटना में दो और छात्र अभिजीत और अमल भी गंभीर रूप से घायल हुए थे। एफआईआर में हत्या की वजह राजनीतिक रंजिश लिखी गई है।
विस्तार
केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के अध्यक्ष के सुधाकरन ने शनिवार को सत्ताधारी पार्टी की छात्र इकाई एसएफआई (स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया) के एक कार्यकर्ता की हाल में हुई हत्या को लेकर सीपीआई (एम) की आलोचना की। सुधाकरन ने शनिवार को दावा किया कि गिरफ्तार किए गए यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का इस घटना से कोई संबंध नहीं है।
कन्नूर से सांसद सुधाकरन ने आरोप लगाया कि 21 वर्षीय एसएफआई कार्यकर्ता राजेंद्रन मार्क्सवादी पार्टी की हिंसक राजनीति का शिकार हुआ था। उन्होंने कहा कि गवाहों ने भी यह नहीं कहा है कि गिरफ्तार किए गए युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसे चाकू मारा था। राजेंद्रन की हत्या पिछले सप्ताह इडुक्की में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में कर दी गई थी।
एसएफआई कार्यकर्ता की हत्या के कथित गवाह माने जा रहे कुछ छात्रों की एक वीडियो क्लिप दिखाते हुए सुधाकरन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इनमें से किसी ने भी यह नहीं कहा है कि कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या किसने की थी। उन्होंने कहा कि आखिर किस तरह किसी अपराध की जिम्मेदारी यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर डाली जा सकती है।
'सीपीआई (एम) ने हत्या का जश्न मनाने की कोशिश की'
उन्होंने कहा, 'किसी की जान जाना एक बेहद दुखद घटना है। मेरा दिमाग लोहे और पत्थर का बना हुआ नहीं है... मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो मृतक के परिजनों के दुख-दर्द को समझ सकता हूं। लेकिन सीपीआई (एम) ने इस दुखद घटना के तुरंत बाद उसके नाम पर एक मेमोरियल बनवाने के लिए जमीन खरीद कर उसकी मृत्यु का जश्न मनाने की कोशिश की थी।
सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते हुए के सुधाकरन ने यह भी कहा कि जब मृतक छात्र की मृत्यु का दुख मनाया जा रहा था उस समय भी सीपीआई (एम) ने एक विशाल पारंपरिक समूह नृत्य 'थिरुवथिरक्कली' का आयोजन करने में भी कोई हिचक नहीं दिखाई। उन्होंने कहा, राजेंद्रन का परिवार कांग्रेसी पृष्ठभूमि से आता है और मैं उनसे मिलने के लिए जाना चाहता हूं।
पुलिस ने यूथ कांग्रेस के दो नेताओं को गिरफ्तार किया
इस हत्या के मामले में जिला स्तरीय यूथ कांग्रेस नेताओं निखिल पैली और जेरिन जिजो को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। दोनों पर कथित रूप से राजेंद्रन की चाकू मार कर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। इस घटना में दो और छात्र अभिजीत और अमल भी गंभीर रूप से घायल हुए थे। एफआईआर में हत्या की वजह राजनीतिक रंजिश लिखी गई है।