केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सोमवार को कोरोना के खिलाफ जारी टीकाकरण को लेकर अहम बैठक करने वाले हैं। इसमें मणिपुर, मेघालय, नागालैंड और पुडुचेरी में टीकाकरण की प्रगति और योजना की समीक्षा की जाएगी। ये वह राज्य हैं, जहां कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक का कवरेज 70 प्रतिशत से कम है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, रविवार को अपडेट किए गए सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें, तो मेघालय में पहली खुराक कवरेज 56.7 फीसदी, मणिपुर में 54.2 फीसदी, नागालैंड में 49 फीसदी और पुडुचेरी में 65.7 फीसदी है।
इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने सरकार से अपील की है कि वह कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की सप्लाई की रफ्तार को बढ़ाए। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट का कहना है कि कोविशील्ड के बढ़ते स्टाक की वजह से टीकों के उत्पादन और कोल्ड चेन स्पेस प्लानिंग में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट के पास कोविशील्ड वैक्सीन की 24.89 करोड़ खुराक का स्टॉक है जो हर दिन बढ़ रहा है।
केंद्र सरकार ने घर-घर जाकर उन लोगों के टीकाकरण के लिए एक महीने का 'हर घर दस्तक' अभियान शुरू किया है, जिन्होंने अभी तक पहली खुराक नहीं ली है और जिनकी दूसरी खुराक बाकी है। अधिकारियों के अनुसार, दोनों डोज के बीच निर्धारित अंतराल की समाप्ति के बाद कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक के लिए 12 करोड़ से अधिक लाभार्थी बाकी हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि मंडाविया सोमवार को मणिपुर, मेघालय, नागालैंड और पुडुचेरी में कोरोना टीकाकरण की प्रगति और योजना की समीक्षा के लिए एक बैठक करेंगे, जहां पहली खुराक कवरेज 70 प्रतिशत से कम है। इसका उद्देश्य वहां टीकाकरण को प्रोत्साहित करना है। अधिकारियों के अनुसार, भारत में लगभग 82 प्रतिशत योग्य आबादी को एंटी-कोविड वैक्सीन की पहली खुराक मिली है, जबकि लगभग 43 प्रतिशत को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है। देश में कोरोना वैक्सीन खुराक की कुल संख्या 116.50 करोड़ को पार कर गई है।
सीरम ने सरकार से क्या कहा
- आधिकारिक सूत्र ने सीरम में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह के पत्र के हवाले से बताया कि अपनी घरेलू और वैश्विक आपूर्ति प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए हमें अपने उत्पादन, कोल्ड चेन स्पेस जैसी कई योजनाएं पहले से ही बनानी होती हैं। कोविशील्ड के स्टॉक में निरंतर बढ़ोतरी को देखते हुए हमें उत्पादन और कोल्ड चेन स्पेस प्लानिंग में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
- उन्होंने बताया कि सीरम के पास कोविशील्ड की 24 करोड़ से ज्यादा खुराक का स्टॉक है, जो लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए हम कोविशील्ड वैक्सीन के फास्ट-ट्रैक घरेलू और विश्व स्तर पर मूवमेंट के लिए आपके हस्तक्षेप की गुजारिश करते हैं।
विस्तार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सोमवार को कोरोना के खिलाफ जारी टीकाकरण को लेकर अहम बैठक करने वाले हैं। इसमें मणिपुर, मेघालय, नागालैंड और पुडुचेरी में टीकाकरण की प्रगति और योजना की समीक्षा की जाएगी। ये वह राज्य हैं, जहां कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक का कवरेज 70 प्रतिशत से कम है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, रविवार को अपडेट किए गए सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें, तो मेघालय में पहली खुराक कवरेज 56.7 फीसदी, मणिपुर में 54.2 फीसदी, नागालैंड में 49 फीसदी और पुडुचेरी में 65.7 फीसदी है।
इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने सरकार से अपील की है कि वह कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की सप्लाई की रफ्तार को बढ़ाए। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट का कहना है कि कोविशील्ड के बढ़ते स्टाक की वजह से टीकों के उत्पादन और कोल्ड चेन स्पेस प्लानिंग में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट के पास कोविशील्ड वैक्सीन की 24.89 करोड़ खुराक का स्टॉक है जो हर दिन बढ़ रहा है।
केंद्र सरकार ने घर-घर जाकर उन लोगों के टीकाकरण के लिए एक महीने का 'हर घर दस्तक' अभियान शुरू किया है, जिन्होंने अभी तक पहली खुराक नहीं ली है और जिनकी दूसरी खुराक बाकी है। अधिकारियों के अनुसार, दोनों डोज के बीच निर्धारित अंतराल की समाप्ति के बाद कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक के लिए 12 करोड़ से अधिक लाभार्थी बाकी हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि मंडाविया सोमवार को मणिपुर, मेघालय, नागालैंड और पुडुचेरी में कोरोना टीकाकरण की प्रगति और योजना की समीक्षा के लिए एक बैठक करेंगे, जहां पहली खुराक कवरेज 70 प्रतिशत से कम है। इसका उद्देश्य वहां टीकाकरण को प्रोत्साहित करना है। अधिकारियों के अनुसार, भारत में लगभग 82 प्रतिशत योग्य आबादी को एंटी-कोविड वैक्सीन की पहली खुराक मिली है, जबकि लगभग 43 प्रतिशत को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है। देश में कोरोना वैक्सीन खुराक की कुल संख्या 116.50 करोड़ को पार कर गई है।
सीरम ने सरकार से क्या कहा
- आधिकारिक सूत्र ने सीरम में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह के पत्र के हवाले से बताया कि अपनी घरेलू और वैश्विक आपूर्ति प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए हमें अपने उत्पादन, कोल्ड चेन स्पेस जैसी कई योजनाएं पहले से ही बनानी होती हैं। कोविशील्ड के स्टॉक में निरंतर बढ़ोतरी को देखते हुए हमें उत्पादन और कोल्ड चेन स्पेस प्लानिंग में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
- उन्होंने बताया कि सीरम के पास कोविशील्ड की 24 करोड़ से ज्यादा खुराक का स्टॉक है, जो लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए हम कोविशील्ड वैक्सीन के फास्ट-ट्रैक घरेलू और विश्व स्तर पर मूवमेंट के लिए आपके हस्तक्षेप की गुजारिश करते हैं।