जम्मू। डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के चेयरमैन व जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि समग्र संस्कृति और धार्मिक सद्भाव जम्मू की पहचान रही है। इसका श्रेय यहां के शैक्षणिक संस्थानों को जाता है। जम्मू के युवाओं में विश्वस्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता है। देशभर में जम्मू सहिष्णुता और भाईचारे के एक केंद्र में रूप में उभर रहा है।
जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह सभागार में शुक्रवार को लारेंस पब्लिक स्कूल जम्मू के वार्षिक दिवस व सह आजादी का अमृत महोत्सव समारोह में पहुंचे आजाद ने कहा कि बार-बार जम्मू अपने मूल धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को साबित करता रहा है। मैंने जम्मू को सबसे धर्मनिरपेक्ष स्थानों में से एक के रूप में देखा है। यही कारण है कि मैं इस जगह से प्यार करता हूं और इसे हमारे देश के शीर्ष शहरों में से एक देखना चाहता हूं। जम्मू में शिक्षण संस्थान देश के लिए प्रतिभा को निखारने और तराशने का मुख्य स्रोत हैं। इसने खेल, मनोरंजन आदि क्षेत्र में कई सितारे दिए हैं। इस भूमि से स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका को कोई नहीं भूल सकता है। यह अत्यंत सम्मान और प्रेम के साथ हमारे दिलों में बना रहेगा। जब मैं मुख्यमंत्री था मैनें यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए कि हमारे युवाओं को उनकी प्रतिभा और ऊर्जा को दिशा देने के लिए सभी सुविधाएं मिलें। चुनाव में अगर हम सत्ता में आते हैं तो युवा मेरी पहली प्राथमिकता होंगे। इस दौरान क्रिकेटर अब्दुल समद ने आजाद को गुलाम नबी आजाद रोलिंग ट्रॉफी से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में यूटी के युवाओं का योगदान बढ़ना चाहिए। समारोह में जीएम सरूरी, आरएस चिब, चौधरी गारूराम, एसपी वर्मा, एमएम जोशी, मनीश जोशी आदि मौजूद रहे।