लखनऊ। राजधानी में रियल एस्टेट सेक्टर में कंपनियां करीब 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। इससे सुस्त पड़े सेक्टर को रफ्तार मिलेगी। फरवरी में प्रस्तावित इंवेस्टर्स समिट में इसके लिए बिल्डर कंपनियां एमओयू भी करेंगी। इसकी तैयारी के लिएशुक्रवार को एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने बिल्डर कंपनियों के प्रतिनिधियों के संग बैठक की। बैठक में रियल एस्टेट कंपनियों को आ रही दिक्कतों को दूर करने का आश्वासन दिया गया।
बैठक में निवेशकों ने कहा, एनओसी के लिए एलडीए से लेकर नगर निगम, खनिज, जलकल आदि विभागों में भटकना पड़ना है। इससे प्रोजेक्ट लंबित हो जाता है। ऑनलाइन मैप अप्रूवल सिस्टम में भी दिक्कतें बनी रहती हैं। इसपर एलडीए वीसी ने कहा, कंपनियों को सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए एनओसी और जरूरी सुविधाएं देने पर काम होगा। प्रोजेक्टों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सभी संबंधित विभागों के अफसरों को जोड़ा जाएगा। इससे दिक्कतों का समाधान जल्द हो सकेगा। इंवेस्टर्स समिट में उन प्रस्तावों को ही शामिल किया जाएगा, जोकि अगले पांच साल में धरातल पर दिखाई दें। बैठक में सचिव पवन गंगवार, मानचित्र सेल प्रभारी संजय जिंदल, अवर अभियंता मानचित्र अतुल शर्मा मौजूद रहे।
प्रमुख निवेशकों ने कितने का दिया प्रस्ताव
बिल्डर निवेश
एमआई बिल्डर्स 850 करोड़
रिशिता ग्रुप 800 करोड़
हमसफर देलार 800 करोड़
ओरो रियल इंफ्रा 650 करोड़
बाबा ग्रुप 600 करोड़
इकाना ग्रुप 600 करोड़
अमरावती होम्स 300 करोड़
एल्डिको ग्रुप 300 करोड़
चिन्मय ग्रुप 290 करोड़
सफ ायर ग्रुप 260 करोड़ .
पारदोस डेवलपर्स 250 करोड़
ओमैक्स 250 करोड़
टचवुड बिल्डर्स 200 करोड़
ओमेगा ग्रुप 200 करोड़
अमरावती इन्फ्र ा डवलपर्स 125 करोड़