मेरे जिगर का टुकड़ा था और दरिंदों ने उसकी हत्या कर दी। मैं कुछ नहीं कर पाईं, क्या जवाब दूंगी उसके पापा को। कहते कहते मां बेसुध हो गई।
चंडीगढ़ सेक्टर-24 की जनता कॉलोनी के मकान नंबर 2507 से सटी एक झुग्गी में शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे दस-पंद्रह लोगों ने जबरन घुसकर परिवार सहित बैठे जीजा-साले को चाकुओं से गोद डाला। जीजा अमन की मौत हो गई, वहीं साला सन्नी गंभीर रूप से घायल है। अमन की मौत होने की सूचना से बेखबर उसकी पत्नी टीनू और मां गीता देवी का रो-रो कर बुरा हाल था।
दोनों ही अमन की जान बचाने की प्रार्थना करती रहीं, लेकिन खुद को संभाल नहीं पा रही थी। मृतक की मां ने बताया कि अमन की टीनू से शादी को भी कुछ ही समय बीता था। अभी तो उसने कुछ देखा भी नहीं था, मेहनत मजदूरी करके परिवार को संभालता था। अब मैं उसके पापा को ऊपर जाकर क्या जवाब दूंगी, मेरा तो सब कुछ ही लुट गया। उसकी पत्नी अपनी जिंदगी कैसे बिताएगी।
बताया जा रहा है कि हमलावरों ने पहले उन पर डंडों सहित अन्य हथियारों से हमला किया और फिर तलवार व तेजधार चाकू से वार कर डाले। वारदात को अंजाम देकर हमलावर फरार हो गए। घायलों के परिवार, रिश्तेदारों व समुदाय के अन्य लोगों ने खूनी झड़प की सूचना पुलिस को दी। खबर मिलते ही पीसीआर मौके पर पहुंची और कर्मियों ने घायलों को तुरंत सेक्टर-16 जीएमएसएच पहुंचाया।
डॉक्टरों ने घायलों का इलाज शुरू किया ही था कि एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा फिलहाल उपचाराधीन है। मृतक अमन सेक्टर-17 में चश्मे बेचने का काम करता था। जबकि घायल सन्नी सेक्टर-17 में रेहड़ी-फड़ी लगाता है। माहौल को देखते हुए रात सवा एक बजे तक हालात तनावपूर्ण बने हुए थे और अस्पताल में पुलिस तैनात थी। उधर, गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। रोकने की कोशिश करती पुलिस से भी उनकी झड़प हुई।