नए कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद के समर्थन में मंगलवार को चंडीगढ़ में जमकर बवाल हुआ। सेक्टर- 34 भाजपा कार्यालय घेरने जा रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच हिंसक झड़प हुई। सेक्टर- 33 लाइट प्वाइंट के पास प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। वे यहीं नहीं रुके, वाटर कैनन वाहन के शीशे तोड़कर उसके ऊपर चढ़ गए और उसकी पाइप तोड़ दी।
हरकत में आई पुलिस और प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां भांजीं। इस दौरान कुछ लोगों के सिर पर चोटें आईं। धक्कामुक्की चल रही थी, तभी कुछ लोग ट्रैक्टर लेकर आगे बढ़ने लगे। पुलिस ने रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने और आगे बढ़ गए। पुलिस को फिर से लाठियां चलानी पड़ीं।
इस दौरान पानी की बौछार से प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई। इसके बावजूद कई लोग भाजपा कार्यालय के बाहर पहुंच गए और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ देर रुकने के बाद प्रदर्शनकारी वापस चले गए। सेक्टर- 34 पुलिस ने दंगा, पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने के साथ कई धाराओं में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्जकर लिया है।
बंद के समर्थन में सेक्टर- 34 गुरुद्वारा साहिब के बाहर मैदान में नौजवान किसान एकता मंच के बैनर तले लोग इकट्ठा हुए। दोपहर करीब दो बजे लोग सेक्टर- 33 लाइट प्वाइंट की तरफ बढ़े। लाइट प्वांइट से पहले पुलिस ने बैरिकेड लगा रखे थे। प्रदर्शन का नेतृत्व कृपाल सिंह और प्रतीक मान कर रहे थे।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से कहा कि उन्हें लाइट प्वाइंट तक जाने की अनुमति दी जाए लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। उसके बाद बैरिकेड से पहले हुजूम रुक गया और कई संगठनों के पदाधिकारियों ने उसे संबोधित किया। इस दौरान धक्कामुक्की शुरू हुई और कुछ लोग पुलिस के बैरिकेड को हटाकर आगे बढ़ने लगे।