विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी में रंग बिरंगे फूलों के खिलने से रौनक आ गई है। लेकिन अभी पर्यटकों के बिना पूरी घाटी वीरान है। हर साल एक जून से घाटी में पर्यटकों का आना शुरू हो जाता था, लेकिन इस साल अभी तक घाटी में एक भी पर्यटक नहीं पहुंच पाया है। तस्वीरें देखिए...
सीजन शुरू होते ही मन को मोहित करने वाले विभिन्न प्रजाति के फूल घाटी में खिलने शुरू हो गए हैं। वन विभाग की मानें तो घाटी रंग बिरंगे फूलों से जगमगा रही है। फूलों की महक चारों तरफ फैली हुई है।
लेकिन कोरोना के चलते बनी विकट परीस्थितियों में इस साल पर्यटकों को इन फूलों का दीदार हो पाएगा या नहीं अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। हर साल इस समय सुबह से शाम तक देशी-विदेशी पर्यटकों की आवाजाही से भरी रहने वाली इस घाटी में इन दिनों वीरानी छाई हुई है।
फूलों की घाटी में बर्फ लगभग पिघल चुकी है। जिससे प्राकृतिक रूप से खिलने वाले 300 से अधिक प्रजाति के पौधे तेजी से बढ़ रहे हैं और उनमें फूल खिल रहे हैं। इन फूलों की रंगत जुलाई और अगस्त तक रहती है। इस समय तक लगभग सभी तरह के फूल खिल जाते हैं।
फूलों की घाटी के वन क्षेत्राधिकारी बृजमोहन भारती का कहना है कि घाटी में इस वर्ष अभी तक एक भी पर्यटक नहीं पहुचा है। घाटी में 55 से अधिक प्रजाति के फूल खिल गए हैं। जिसमें पोटेटिला, वाइल्ड रोज, सन फ्लावर, कोबरा, लिली, प्रिमुला आदि मुख्य रूप से खिले हुए हैं।