फरीदाबाद क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 की टीम ने घरों में चोरी करने वाले गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपी चोरी करने से पहले घर के बाहर लगी डोरबेल बजाते थे। काफी देर तक भी जब कोई घर का सदस्य बाहर नहीं आता तो आरोपी समझ जाते कि घर सूना पड़ा है। इसके बाद आसानी से चोरी की वारदात को अंजाम दे देते थे। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने लाखों की कीमत के आभूषण, करीब डेढ़ लाख रुपये व गाड़ी बरामद की है। क्राइम ब्रांच प्रभारी राकेश कुमार ने बताया आरोपियों में रंजीत उर्फ राज (35) तथा विमल उर्फ गोलू (26) शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी रंजीत मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला है। फिलहाल दिल्ली के छतरपुर इलाके में रह रहा था। आरोपी विमल उत्तर प्रदेश के सरहेरा का निवासी है। टीम ने आरोपियों को तीन नवंबर को गुरुग्राम-फरीदाबाद मोड़ से गिरफ्तार कर छह दिन के रिमांड पर लिया। जांच में सामने आया कि आरोपी बहुत शातिर हैं।
आरोपी खाली पड़े फ्लैटों को अपना निशाना बनाते हैं। आरोपी सारा दिन घरों की रेकी करते और जिन फ्लैटों के दरवाजों पर धूल मिट्टी जमी होती, उसके घर की घंटी बजाते। कोई दरवाजा खुलता तो आरोपी किराए पर मकान लेने के बहाने मकान देखते और चले जाते। कोई दरवाजा नहीं खोलता तो आरोपी समझ जाते कि फ्लैट खाली है। इसके बाद ताला तोड़कर फ्लैट से आभूषण व नकदी चोरी कर फरार हो जाते थे। क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को चोरी की छह वारदात तथा दो पीओ (भगोड़ा) के केस में गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने पांच वारदात डबुआ तथा एक सूरजकुंड इलाके में की है। क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपियों की पहचान करने के बाद आरोपियों को काबू कर लिया। आरोपियों के कब्जे से सोने की 10 अंगूठी, पांच चेन, पांच कंगन, चार-चार मंगलसूत्र-ज्वेलरी सेट, तीन कड़े, एक हार, एक कुंडल, चांदी की एक पाजेब, वारदात में उपयोग दो गाड़ियां, 10 नंबर प्लेट तथा 1.40 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।
अलग-अलग शहरों में दर्ज हैं केस
इसके अलावा आरोपियों के खिलाफ 18 केस गुरुग्राम तथा पांच केस दिल्ली में भी दर्ज हैं। आरोपी कई बार जेल जा चुके हैं। बाहर आने के बाद दोबारा चोरी करना शुरू कर देते हैं। पूछताछ के बाद आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।