दुनिया के कुछ देश पृथ्वी के ध्रुवों के करीब एक विशिष्ट भौगोलिक स्थान पर स्थित हैं। यहां 50 से लेकर 100 दिनों तक सूरज अपनी रोशनी बिखेरता रहता है। बता दें पृथ्वी 365 दिनों में अपनी कक्षा में सूर्य का चक्कर लगाती है। वहीं, 24 घंटे में अपने अक्ष यानी एक्सिस पर एक चक्कर पूरा करती है। इस चक्र की वजह से ही हमें दिन या रात देखने को मिलते हैं। किंतु पृथ्वी 66 डिग्री का कोण बनाते हुए घूमती है। इसलिए पृथ्वी का एक्सिस सीधा न होकर 23 डिग्री तक झुका हुआ होता है। इस झुकाव की वजह से पृथ्वी के दो ध्रुव हैं यानी उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव पर लम्बे समय तक रात या सुबह रहती है। इसका मतलब है कि इन स्थानों पर सूर्य केवल उगता है और प्रत्येक वर्ष में एक बार ही अस्त होता है। आईए पढ़ते हैं ऐसे ही 6 देशों के बारे में...
यहां भी आइसलैंड और नॉर्वे की ही तरह मई माह से लेकर जुलाई माह तक सूर्य अपनी रोशनी से पूरे देश को रौशन करता रहता है। गौरतलब है कि यहां रात को 12:30 के आस-पास सूरज अस्त होता है और 51 मिनट के बाद फिर से सूर्याेदय हो जाता है।
यहां दस मई से जुलाई के अंत तक सूरज नहीं डूबता है। यहां आधी रात को भी दिन की रोशनी का मजा लिया जा सकता है। बता दें आइसलैंड, ग्रेट ब्रिटेन के बाद यूरोप का सबसे बड़ा आईलैंड है।
नॉर्वे में मई माह से लेकर जुलाई माह तक सूरज कभी नहीं डूबता है। यानी यहां साल के 76 दिनों तक रात नहीं होती है। यही वजह है कि नॉर्वे को 'लैंड ऑफ द मिडनाइट सन' यानी मध्य रात्रि का देश के नाम से भी जाना जाता है। नॉर्वे की ऊंचाई की वजह से, यहां अक्सर दिन में मौसमी बदलाव होते रहते हैं। इसका मुख्य कारण अपवर्तित धूप की लंबी अवधि बताया जाता है।
कनाडा के उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में गर्मी के दिनों में 50 दिनों तक सूरज की रोशनी रहती है। बता दें यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है जहां साल में सबसे लंबे समय तक बर्फबारी होती है।
गर्मियों के मौसम में फिनलैंड में तकरीबन 73 दिनों तक सूरत चमकता रहता है। कुछ इलाकों में 23 घंटों तक सूरज अपनी रोशनी बिखेरता रहता है। बता दें यहां तकरीबन 51 दिनों तक रात रहती है।
इस देश में सूरज मई माह की शुरुआत से लेकर अगस्त माह के अंत तक मध्यरात्रि के आसपास अस्त होता है और सुबह 4 बजे के करीब फिर से उग जाता है। यानी लगभग 100 दिनों तक सूर्य अस्त नहीं होता है।
दुनिया के कुछ देश पृथ्वी के ध्रुवों के करीब एक विशिष्ट भौगोलिक स्थान पर स्थित हैं। यहां 50 से लेकर 100 दिनों तक सूरज अपनी रोशनी बिखेरता रहता है। बता दें पृथ्वी 365 दिनों में अपनी कक्षा में सूर्य का चक्कर लगाती है। वहीं, 24 घंटे में अपने अक्ष यानी एक्सिस पर एक चक्कर पूरा करती है। इस चक्र की वजह से ही हमें दिन या रात देखने को मिलते हैं। किंतु पृथ्वी 66 डिग्री का कोण बनाते हुए घूमती है। इसलिए पृथ्वी का एक्सिस सीधा न होकर 23 डिग्री तक झुका हुआ होता है। इस झुकाव की वजह से पृथ्वी के दो ध्रुव हैं यानी उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव पर लम्बे समय तक रात या सुबह रहती है। इसका मतलब है कि इन स्थानों पर सूर्य केवल उगता है और प्रत्येक वर्ष में एक बार ही अस्त होता है। आईए पढ़ते हैं ऐसे ही 6 देशों के बारे में...