हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख का अपने जमाने में सिनेमा जगत में सिक्का चलता था। अपनी खूबसूरती के साथ हिंदी फिल्मों में उन्होंने दमदार किरदारों से अपने अभिनय का लोहा मनवाया। अभिनेत्री आज 80 साल की हो चुकी हैं। सिनेमा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 1992 में भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्म श्री से भी सम्मानित किया जा चुका है और हाल ही में आशा पारेख को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा गया। आशा पारेख जब महज 17 साल की उम्र में थीं, तब उनकी पहली फिल्म रिलीज हुई थी और इसके बाद धीरे-धीरे उनकी शोहरत इस कदर बढ़ी कि अभिनेत्री को सिनेमा की जुबली गर्ल कहा जाने लगा। तो चलिए एक्ट्रेस के जन्मदिन पर जानते हैं आशा पारेख की दस दमदार किरदार।
इस फिल्म से बेबी आशा पारेख के नाम से पहचानीं गईं दिग्गज अभिनेत्री
आशा पारेख का फिल्म सफर बहुत लंबा रहा है। उन्होंने दस वर्ष की उम्र में अपने अभिनय के करियर की शुरआत की थी। दरअसल, उन्हें निर्देशक बिमल रॉय ने डांस करते हुए देखा था और 1952 में फिल्म मां में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर साइन कर लिया। इसके बाद उन्हें बेबी आशा पारेख के नाम से जाना गया।
दिल देके देखो
आशा पारेख ने साल 1958 में आई नासिर हुसैन की फिल्म 'दिल देके देखो' में नीता नारायण के नाम से मुख्य किरदार निभाया था। इस फिल्म में उनके अपोजिट अभिनेता शम्मी कपूर नजर आए थे। यह फिल्म एक बड़ी हिट साबित हुई थी और पहली फिल्म के बाद से ही आशा पहचानी जाने लगीं।
कटी पतंग
साल 1971 में आई फिल्म कटी पतंग में आशा पारेख ने एक विधवा का किरदार अदा किया था। फिल्म में उनके अपोजिट राजेश खन्ना नजर आए थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी और आशा पारेख के किरदार को समीक्षकों द्वारा भी खूब सराहना मिली थी। यहां तक कि इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्म फेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया।
कालिया
साल 1981 में आई फिल्म कालिया में आशा पारेख ने अमिताभ बच्चन की भाभी शांति का किरदार अदा किया था, इस फिल्म में वह एक बेटी की मां के किरदार में नजर आईं थीं।