खूबसूरती को बढ़ाने और उम्र को कम दिखाने के लिए किये जाने वाले कई सारे तरीकों में से एक है कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट्स। इनका चलन नया नहीं है लेकिन पहले जहाँ ये कुछ लोगों की जद में हुआ करता था, अब आम हो चला है। किसी भी उम्र या वर्ग के लोग, खासकर महिलाएं इसे फटाफट थैरेपी की तरह भी अपना रही हैं। कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट या ब्यूटी ट्रीटमेंट्स के अंतर्गत काफी सारी चीजें आती हैं और इनमें से एक है फेशियल फिलर्स। इसे आप सामान्य भाषा में चेहरे की त्वचा में कसाव लाने, झुर्रियां हटाने या उम्र के बाकी असर को कम करने के लिए काम में लिया जाने वाला तरीका कह सकते हैं।
आम होने के बावजूद इन ट्रीटमेंट को हलके में लेना या गलत तरह से अपनाना मुश्किलें खड़ी कर सकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट के मामले में ज्यादातर केसेस लापरवाही और गलत तरीके अपनाने की वजह से बिगड़ते हैं। इसलिए जरूरी है कि इन ट्रीटमेंट के पहले और दौरान कुछ बातों का ध्यान रखा जाए। जानिए क्या हैं वे बातें।
जादू नहीं है ट्रीटमेंट
कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट या कॉस्मेटिक सर्जरी के पीछे भी मुख्य लक्ष्य उन लोगों का इलाज करना रहा है जो किसी बीमारी, दुर्घटना या अन्य कारण से चेहरे या त्वचा का सुधार चाहते हैं। जाहिर है कि इससे सुधार भी होता है और इसी कारण से लोगों ने इसे सामान्य मेकअप जितनी सहजता से अपनाना शुरू कर दिया, लेकिन यह इतना सरल भी नहीं। फेशियल फिलर्स चेहरे और त्वचा में वॉल्यूम तो एड कर सकते हैं लेकिन इनसे त्वचा को हुए नुकसान की स्थाई भरपाई नहीं होती। ये त्वचा की क्वालिटी को सुधार नहीं सकते। तो अगर आपके चेहरे पर गहरे दाग-धब्बे, चोट के निशान, फुंसियां या त्वचा संबंधी कोई तकलीफ है तो जरूरी है कि डर्मेटोलॉजिस्ट से परामर्श लें, बजाय बिना सलाह फेशियल फिलर्स अपनाने के।
इस तरह फिलर्स करते हैं काम
फेशियल फिलर्स एक पदार्थ की तरह त्वचा में इंजेक्शन के जरिये पहुंचाए जाते हैं, जिनसे त्वचा पर ऊपरी हिस्से में पनपी झुर्रियां या ढीलापन आदि गायब हो सकता है। ये फिलर्स कई तरह के हो सकते हैं लेकिन आमतौर पर सिंथेटिक जेल का उपयोग इसके लिए किया जाता है। इसमें ऐसे तत्वों या पदार्थों का एक मिश्रण बनाया जाता है जो त्वचा के प्राकृतिक तत्वों से मेल खा सके। ताकि त्वचा को इन्हें अपनाने में मुश्किल न आए। कुछ फिलर प्रक्रिया के लिए सामान्य सर्जरी को भी उपयोग में लाया जाता है, जबकि कुछ सहज प्रक्रिया होती हैं जो मुश्किल से एक घंटे का समय लेती हैं। यह त्वचा पर किये जाने वाले काम के आधार पर तय किया जाता है।
ट्रीटमेंट से पहले ये करें
- हमेशा किसी प्रशिक्षित विशेषज्ञ को ही ट्रीटमेंट के लिए चुनें। याद रखें कि यह एक मेडिकल प्रोसीजर है और हर कोई इसे सही तरीके से नहीं कर सकता। इसके लिए डर्मेटोलॉजिस्ट या प्लास्टिक सर्जन सही विकल्प होंगे।
- अपनी स्किन टाइप और समस्या को लेकर विशेषज्ञ से परामर्श लें। आपकी स्किन को कौन सा ट्रीटमेंट सूट करेगा यह अच्छी तरह जानें।
- किसी स्पा, ब्यूटी पार्लर, किसी के घर या सैलून की बजाय क्लिनिक या किसी मेडिकल फैसिलिटी को इस प्रक्रिया के लिए चुनें।
- दूसरों की देखा देखी या यूं ही मनोरंजन के लिए फेशियल फिलर को न चुनें। यह कोई खेल नहीं है, गंभीर प्रक्रिया है।
- परिणाम के लिए हमेशा ट्रीटमेंट के पहले और बाद की तस्वीर जरूर लें।
- ट्रीटमेंट की फीस को लेकर हमेशा पहले से क्लियर बात करें। आपको ट्रीटमेंट के लिए कितने कुल इंजेक्शन लगेंगे या प्रक्रिया कितनी लम्बी होगी, इसके हिसाब से कितनी सिटिंग्स की फीस देनी होगी, यह पहले से पूछें।
- यदि आप पहले से डायबिटीज, हाई बीपी, थाइरॉइड, पीसीओएस, माइग्रेन जैसी समस्या की दवाई ले रहे हैं या कोई सप्लीमेंट, विशेष लोशन, आदि का उपयोग कर रहे हैं तो ट्रीटमेंट लेने से पहले विशेषज्ञ को बताएं। हो सकता है आपको कुछ दवाओं का सेवन कुछ समय के लिए रोकने को कहें तो इसके लिए विकल्प भी अवश्य पूछें।
- फिलर के लगने के बाद कुछ समय मेकअप न करने की सलाह दी जाती है। फिलर लगवाने के पहले भी मेकअप न करें।
इन बातों का रखें ख्याल
- फिलर्स के बाद हलकी खरोंच नुमा स्थिति का बनना सामान्य बात है। इसे लेकर परेशान न हों। इसके साथ ही त्वचा का लाल होना, हलकी ब्लीडिंग और सूजन होना भी आम है। इसे ठीक होने में हफ्ते भर का समय लग सकता है।
- कई बार शरीर फिलर के तौर पर उपयोग में लाये गए तत्वों को स्वीकार नहीं कर पाता। तब रिएक्शन के रूप में रैशेज, फोड़े या गठान, खुजली या संक्रमण हो सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर की सलाह तुरंत लें वरना संक्रमण बढ़कर गंभीर भी हो सकता है।
- कुछ रेयर केसेस में फिलर, आर्टरीज को बंद कर सकते हैं जिससे खून का बहाव रुक जाता है और उस जगह पर टिशू नष्ट हो सकते हैं। इसलिए यदि त्वचा पर कहीं गहरे रंग के धब्बे या अजीब सा एहसास हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
- फिलर्स का प्रयोग उस स्थान को सुन्न करने वाली दवाई के साथ किया जाता है। यदि इसको लेकर कोई भी परेशानी हो तो पहले से डॉक्टर को बताएं।
- ज्यादातर फिलर्स हेल्थ इंश्योरेंस की श्रेणी में नहीं आते। इसलिए अगर आप बजट को देखकर काम कर रहे हैं तो पहले सलाह जरूर लें।