गोरखपुर शहर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में किशोर की हत्या के बाद जिला अस्पताल पहुंचे एसएसपी को अंकुर के बड़े भाई राहुल ने बताया कि 14 जून 2021 की रात में उसके घर में कुछ लोग चोरी की नियत से घुस गए थे। नींद खुलने पर एक चोर को पकड़ लिया गया था, जिसकी पहचान गांव के ही अवधेश साहनी के रूप में हुई थी। इसकी सूचना थाने में दी गई थी। इस मामले में छह जुलाई को थाने में सुलह हो गई थी। लेकिन इस घटना को लेकर दूसरा पक्ष उनके परिवार से दुश्मनी रखता था।
अंकुर की हत्या की जानकारी होने पर मां माया शुक्ला समेत परिवार के अन्य सदस्य जिला अस्पताल पहुंचे। घटना की जानकारी होने पर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा भी जिला अस्पताल पहुंचे और केस दर्ज कर तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया।
एसएसपी ने बताया कि दोनों पक्ष पड़ोसी हैं। इनका पूर्व में विवाद हो चुका है, जिसमें समझौता हुआ था। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। एसओ रामगढ़ताल सुशील कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
ये है मामला
मामला रामपुर गांव का है। यहां बुधवार को 17 वर्षीय अंकुर की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का कारण अभी नहीं पता चल पाया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए सीओ कैंट के नेतृत्व में पुलिस टीम लग गई है।
गगहा इलाके के नर्रे खुर्द गांव निवासी महेंद्र शुक्ला गोरखपुर में रामगढ़ताल के रामपुर में मकान बनवाकर परिवार के साथ रहते हैं। वह पूजा- पाठ कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उनके तीन बेटे राहुल शुक्ला, अंजनेय शुक्ला और सबसे छोटा अंकुर शुक्ला था। अंकुर दोपहर में माता-पिता से बाल कटवाने जाने की बात कह कर घर से निकला। घर पर माता-पिता अकेले थे। शाम में बड़े भाई राहुल के मोबाइल पर गांव के ही एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि उसका छोटा भाई गांव में धर्मेंद्र साहनी के घर के पास गंभीर हालत में पड़ा है।
राहुल उस समय शहर में निकला था। उसने इसकी जानकारी पिता को दी। पिता मौके पर पहुंचे तो अंकुर जमीन पर पड़ा था। उसके सिर, हाथ और छाती पर धारदार हथियार और ईंट से प्रहार किया गया था। वह पुलिस को सूचना देकर घायल अंकुल को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की जानकारी होने पर मां माया शुक्ला और पिता व भाइयों का रो-रो कर बुरा हाल था।