कान में दर्द को आम बात मानते हैं और कोई भी इयर ड्रॉप डालकर हम तुरंत दर्द से छुटाकारा पा लेते हैं, लेकिन ये लापरवाही हमारे कानों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है, क्योंकि बार-बार कान में दर्द होना हमें बहरा बना सकता है, इसलिए लापरवाही न करते हुए इसे गंभीरता से लें और इसका बेहतर इलाज करवाएं। कभी-कभी कान के पर्दे में गीलापन हो जाता है तो इस कारण भी दर्द होने लगता है। आइए जानते हैं किस तरह कानों के दर्द से बचा जा सकता है।
कान में होने वाले समस्याओं के लक्षण
डॉक्टरों के मुताबिक चक्कर आना या कान में दबाव महसूस होना यह सब कान में समस्या के होने के लक्षण हैं। इसके अलावा अगर आपके कान से किसी तरल पदार्थ का निकलना, आवाज धीमी सुनाई देना या बिल्कुल सुनाई न देना या फिर कान में भारीपन या कुछ हवा जैसा महसूस होना यह सब कान में होने वाले समस्याओं के लक्षण हैं।
कान में होने वाले दर्द के कारण
अगर आपके कान में किसी तरह की चोट लग गई है तो आपके कान में दर्द हो सकता है। इसके अलावा कान में फंगस, फुंसी व मैल होने के कारण भी आपके कान में दर्द हो सकता है। कान के पर्दे में छेद या फट जाने के कारण दर्द होता है। कभी-कभी पहाड़ी इलाकों पर जाने से भी कुछ लोगों को कान में दर्द होने लगता है।
कान में दर्द से बचाव
कान में होने वाले दर्द से बचने के लिए मीठी चीज या फिर च्यूइंगन खाना अच्छा रहता है। इसके अलावा नाक में डालने वाले स्प्रे का भी इस्तेमाल करके आप कान में होने वाले दर्द से बच सकता हैं। अगर आपको कान में समस्या है तो किसी भी तरह का पेन किलर लेने से बचें। अगर आपको कान में समस्या है तो प्लेन लैंडिंग के दौरान सोए नहीं। कान को साफ करने के लिए माचिस या पिन का इस्तेमाल न करें। आप चाहें तो हमेशा ईयर बड का इस्तेमाल करें।
नहाने के बाद कान को अच्छी तरह से साफ कर लें। क्योंकि कान के अंदर पानी रहने पर संक्रमण हो सकता है। गला खराब होने पर गर्म पानी से गरारा भी कर सकते हैं। गला खराब होने के कारण कान में दर्द भी हो सकता है।
नोटः यह लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किया है। यदि आप कान संबंधी किसी परेशानी से जूझ रहे हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।