तमाम तरह की बीमारियों के खतरे से सुरक्षित रहने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को रोज रात में आठ घंटे की नींद पूरी करने की सलाह देते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि जिन लोगों की नींद पूरी नहीं हो पाती है उनमें कई प्रकार की क्रोनिक और गंभीर बीमारियों के विकसित होने का जोखिम अधिक होता है। क्या आप भी अनिद्रा या नींद से संबंधित किसी अन्य विकार के शिकार हैं? आपको आयुर्वेद द्वारा बताए गए उन उपायों को जरूर प्रयोग में लाना चाहिए जो नींद में सुधार करने में सहायक हो सकती हैं।
अध्ययनों से पता चलता है कि सोने में दिक्कत बनी रहने के कारण तनाव, चिंता जैसी समस्याएं शुरू हो जाती है, जो डायबिटीज और हृदय रोग जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। आमतौर पर जीवनशैली में गड़बड़ी के कारण नींद से संबंधित दिक्कतों की आशंका अधिक होती है। आयुर्वेद की मदद से घर पर आसानी से इसे ठीक करने के प्रयास किए जा सकते हैं। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
सोने से पहले करें मालिश
अभ्यंग आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक रूप है जिसमें जड़ी-बूटियों के गर्म तेल से शरीर का मालिश किया जाता है। अगर पूरे शरीर की मालिश करना संभव नहीं है तो तनाव वाले बिंदुओं की मालिश करने से भी लाभ मिलता है। अपने माथे और कंधों पर थोड़ा गर्म तिल का तेल लगाएं और अपनी मांसपेशियों को आराम देने और शांति से सोने के लिए उनकी ठीक से मालिश करें।
सोने से पहले पैर धोएं
पुराने जमाने में लोग दिनभर काम से घर लौटने के बाद और सोने से पहले पैर धोते थे। पैर धोने से शरीर और तनावग्रस्त मांसपेशियों को आराम मिलता है जिससे तनाव का स्तर कम होता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक कहते हैं, "पैर धोने से नकारात्मकता दूर होती है और आप शांत महसूस करते हैं। मस्तिष्क शांत होने से नींद आसानी से आती है।
प्राणायाम का अभ्यास है फायदेमंद
प्राणायाम में धीमी गति से साँस लेने का अभ्यास करते हुए अपने श्वास पर ध्यान केंद्रित करना होता है, जो पूरे शरीर में ऊर्जा को प्रवाहित करने में सहायता करती है। रात में सोने से पहले प्राणायाम का अभ्यास करने से रक्त परिसंचरण में सुधार और शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिल सकती है। यह आपके दिमाग को शांत करने और अच्छी नींद दिलाने में सहायक हो सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से बनाए दूरी
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अत्यधिक उपयोग हमारी आधुनिक जीवनशैली का हिस्सा बन गया है। हालांकि यह हमारे सोने के पैटर्न को भी बाधित कर देती है। सोने से पहले फोन का इस्तेमाल करना या टीवी देखना आपके दिमाग को सक्रिय रखता है, जिससे आपको सोने में मुश्किल हो सकती है। रात को सोने से पहले शांतिपूर्ण माहौल बनाने की कोशिश करें। सुकून देने वाला संगीत सुनें या शांति से सोने के लिए किताब पढ़ें।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से प्राप्त जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। अमर उजाला इस दावे की पुष्टि नहीं करता है।
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