हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ती गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। भारत सहित दुनिया के तमाम देशों में हर साल लाखों लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का निदान किया जाता है। भारत के संदर्भ में बात करें तो विशेषज्ञ इस बढ़ते खतरे को लेकर सभी लोगों को सावधानी बरतते रहने की सलाह देते हैं।
आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि लगभग 33% शहरी और 25% ग्रामीण आबादी उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हैं। ग्रामीण इलाकों में हर दस में से एक और शहरी आबादी में पांच में से एक व्यक्ति ही रक्तचाप की समस्या को कंट्रोल कर पाने में सफल है। गंभीर बात यह है कि 60-70 फीसदी लोगों को जब तक समस्या बढ़ न जाए तब तक पता ही नहीं चल पाता है कि वह हाइपरटेंशन के शिकार हैं।
तेजी से बढ़ती इस वैश्विक बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक हाइपरटेंशन की समस्या वयस्कों से लेकर वृद्धजनों तक, किसी को भी हो सकती है, ऐसे में सभी लोगों के इसके बारे में जानना और बचाव के उपाय करते रहना बहुत आवश्यक हो जाता है। आइए आगे की स्लाइडों में हाइपरटेंशन के लक्षण, कारण और बचाव के बारे में विस्तार से जानते हैं।
आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि लगभग 33% शहरी और 25% ग्रामीण आबादी उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हैं। ग्रामीण इलाकों में हर दस में से एक और शहरी आबादी में पांच में से एक व्यक्ति ही रक्तचाप की समस्या को कंट्रोल कर पाने में सफल है। गंभीर बात यह है कि 60-70 फीसदी लोगों को जब तक समस्या बढ़ न जाए तब तक पता ही नहीं चल पाता है कि वह हाइपरटेंशन के शिकार हैं।
तेजी से बढ़ती इस वैश्विक बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक हाइपरटेंशन की समस्या वयस्कों से लेकर वृद्धजनों तक, किसी को भी हो सकती है, ऐसे में सभी लोगों के इसके बारे में जानना और बचाव के उपाय करते रहना बहुत आवश्यक हो जाता है। आइए आगे की स्लाइडों में हाइपरटेंशन के लक्षण, कारण और बचाव के बारे में विस्तार से जानते हैं।