चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने के मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की जांच अब आरोपियों के मोबाइल व लैपटॉप के डाटा पर टिकी है। जैसे ही फोरेंसिक विभाग टीम को डाटा मिल जाएगा। उसके बाद इस केस की सारी परतें खुल जाएंगी। साथ ही आरोपियों की असलियत भी सामने आ जाएगी। माना जा रहा है कि शुक्रवार तक पुलिस को डाटा मिल सकता है। दूसरी तरफ साइबर विभाग की टीमें बारीकी से सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी का हॉस्टल अब भी बंद है। सोमवार को यूनिवर्सिटी दोबारा खुलेगी।
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एसआईटी अब तक 11 घंटे तक आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है। आरोपियों से एसआईटी ने करीब 50 सवाल पूछे हैं। पूछताछ में पीड़िता की दलील यह रही है कि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है। जांच में एक बात सामने आई है कि घटना वाले दिन से करीब दो हफ्ते पहले ही नया सत्र शुरू हुआ था। एसआईटी के सदस्य भी मान रहे हैं कि विद्यार्थी पूरा दिन पढ़ाई में व्यस्त रहते हैं। इतने कम समय में तो विद्यार्थियों की एक दूसरे से जान-पहचान तक नहीं होती है। ऐसे में इस तरह किसी का वीडियो बनाने की हिम्मत कोई कैसे जुटा जा सकता है। यह सवाल टीम को भी थोड़ा उलझा रहा है।
पीड़ित छात्राओं का आरोप था कि बाथरूम के दरवाजे के नीचे से वीडियो बनाए गए हैं। ऐसे में टीम ने सीन दोबारा दोहरा कर देखा है कि ऐसे स्थिति में वीडियो या फोटो बन सकती है या नहीं। इसके अलावा हॉस्टल में इंटरनेट सेवा को भी परखा गया। पुलिस बता रही है कि अब तक पकड़े गए तीनों आरोपी दोस्त थे। वे एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते थे। वहीं आरोपी रंकज के भाई का आरोप है कि वह सन्नी या आरोपी युवती को नहीं जानता था। रंकज भी उन्हें नहीं जानता था। चैट के दौरान केवल रंकज की डीपी में लगी फोटो प्रयोग हुई है। उसका उस नंबर से कोई लेना-देना तक नहीं है। इन सारी चीजों का रिकॉर्ड बनाया जा रहा है।
गुरुवार को एसआईटी की टीम ने अब तक की गई जांच को लेकर अहम बैठक की। इसमें सारे रिकॉर्ड को कलमबद्ध किया। सूत्रों की माने तो मामले की जांच कर रही टीम इस तरह के केसों की स्टडी भी कर रही है ताकि आरोपियों की सारी सच्चाई को सामने लाया जा सके। हालांकि सीनियर अधिकारी ने बताया कि आरोपी जितना भी शातिर हो। वह घटनास्थल पर हमेशा ही वारदात के बाद महत्वपूर्ण साक्ष्य अवश्य छोड़ता है। यह सारी कहानी मोबाइल से जुड़ी है। ऐसे में मोबाइल का डाटा महत्वपूर्ण है।
पुलिस जांच में सामने आ रहा है कि सन्नी नौवीं तक पढ़ा हुआ है। रंकज स्नातक है जबकि युवती एमबीए कर रही थी। तीनों ही हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। दूसरा सोशल मीडिया में भी खूब सक्रिय थे।