शक्तिपीठ ज्वालामुखी में श्रावण अष्टमी मेलों के दौरान देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पवित्र धाम में ज्योतियों के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। सप्तमी को लगभग 25 हजार श्रद्धालुओं ने दिव्य ज्योतियों के दर्शन किए। सोमवार को शक्तिपीठ में दुर्गा अष्टमी की धूम रही। कोविड टेस्ट की रिपोर्ट या वैक्सीन प्रमाण-पत्र के बिना श्रद्धालुओं को मंदिर में नहीं जाने दिया जा रहा है। पर्ची सिस्टम द्वारा ही श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जा रहे हैं। पुजारी वर्ग और एसडीएम मनोज ठाकुर ने सभी प्रदेश वासियों को श्रावण अष्टमी की शुभकामनाएं दीं। एसडीएम मनोज ठाकुर ने बताया कि ज्वालामुखी मंदिर में कोरोना नियमों की पालना की गई और पूर्ण व्यवस्था से सभी को दर्शन करवाए गए।
नो मास्क, नो पर्ची, नो दर्शन की कवायद को प्रशासन ने अपनाया। शहर में पांच जगह नाके लगाए गए थे जहां श्रद्धालुओं की जांच की गई और पर्ची देकर उन्हें दर्शन करवाए गए।
पुजारी महासभा प्रधान अविनेंद्र शर्मा ने बताया कि आज श्रावण अष्टमी को श्रद्धालुओं ने ज्वाला ज्योतियों के दर्शन किये। ज्वालामुखी में कोरोना में नवरात्र की स्थिति सामान्य रही।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं को पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं और एसओपी को ध्यान में रखते हुए सुविधाजनक दर्शन भक्तों को करवाए जा रहे हैं।
ज्वालामुखी में दुर्गा अष्टमी की धूम रही लेकिन कोरोना के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में कमी दर्ज की गई। मंदिर न्यास की तरफ से शक्तिपीठ परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था को पुख्ता किया गया है।