Tips For Loan: कोई नौकरी करता है, तो कोई अपना बिजनेस करता है ताकि उसकी आजीविका चलती रहे और उसके पास पैसों की कोई दिक्कत न हो। लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं कि आज के महंगाई भरे जमाने में हर चीज महंगी होती जा रही है। इसलिए लोग अपनी कमाई बढ़ाने पर भी ध्यान देते हैं। वहीं, कई बार कुछ ऐसे काम सामने आ जाते हैं, जिनको पूरा करने के लिए काफी पैसों की जरूरत होती है। जैसे- शादी, पढ़ाई, घर बनाना आदि। ऐसे में लोग लोन लेने की तरफ देखते हैं। दरअसल, आप पर्सनल लोन से लेकर होम और कार लोन जैसे कई अन्य लोनलोन की ईएमआई कम करने के तरीके क्या हैं बैंक या एनबीएफसी कंपनियों (प्राइवेट कंपनियां) से ले सकते हैं। लेकिन लोन लेने के चक्कर में लोग कुछ बातों को भूल जाते हैं, जिसका असर उनकी ईएमआई पर पड़ता है। तो चलिए जानते हैं ऐसी 3 बातों के बारे में जिनका ध्यान रखकर आपकी ईएमआई कम हो सकती है। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं...
ये हैं वो तीन बातें:-
तुलना करें
- वैसे तो देखा जाता है कि ज्यादातर लोग लोन लेना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन अपने कामों की मजबूरी में कई लोगों को लोन लेना पड़ता है। ऐसे में अगर आप भी लोन ले रहे हैं, तो आपके लिए जरूरी है कि आप सभी बैंकों की तुलना जरूर करें।
- ये इसलिए जरूरी हो जाता है, क्योंकि अगर आप बैंकों की आपसी तुलना करेंगे, तो आप पाएंगे कि ब्याज दर लगभग हर बैंक और एनबीएफसी कंपनियों की अलग-अलग है। इसके अलावा कई बैंक लोन पर कुछ ऑफर्स भी देते हैं आदि। आप तुलना करके अपनी ईएमआई को काफी हद तक कम करने में एक कदम आगे बढ़ा सकते हैं।
प्रोसेसिंग शुल्क में बचा सकते हैं पैसे
- अगर आपने कभी लोन लिया है, तो जाहिर है कि आप प्रोसेसिंग शुल्क को अच्छे से जानते और समझते होंगे। दरअसल, बैंक जब अपने किसी ग्राहक को लोन देता है, तो उस लोन अमाउंट में से कुछ पैसे प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर काट लेता है। आपको करना ये है कि लोन लेने वाले बैंक की और बाकी बैंकों के प्रोसेसिंग शुल्क का पता करें, और जहां से ये कम हो आप वहां से आवेदन कर सकते हैं।
सालों की तुलना करें
- हम जब भी कोई पर्सनल, होम या कार लोन आदि लेते हैं, तो लोन को चुकाने के लिए बैंक समय देता है। जहां ग्राहक को हर महीने एक निश्चित ईएमआई बैंक को देनी होती है। ऐसे में आप बैंक से अलग-अलग सालों के लिए पता करें, जिससे आप अपनी ईएमआई को कम कर सकते हैं।