देश में जरूरतमंद लोगों को और गरीब वर्ग के लोगों को राशन मिल सके, इसके लिए सरकार द्वारा राशन कार्ड योजना चलाई जाती है। इस योजना के अंतर्गत लोगों के राशन कार्ड बनाए जाते हैं, और फिर हर महीने सरकारी राशन की दुकान से उन्हें गेहूं, चावल, दाल आदि चीजें सस्ते दाम पर मिलती हैं। वहीं, कोरोना काल होने की वजह से सरकार की तरफ से मुफ्त राशन योजना चलाई गई, जिसमें गेहूं, चावल जैसी अन्य चीजें लोगों को मुफ्त में दी गई। वहीं, इस कार्यक्रम को एक बार फिर से शुरू करते हुए अब सितंबर 2022 तक के लिए रखा गया है यानी तब तक आप मुफ्त राशन का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन मुफ्त राशन योजना के बहाने जालसाज लोगों को चपत लगाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। इसलिए आपके लिए जरूरी हो जाता है कि आप कुछ बातों का ध्यान रखकर ठगी के शिकार होने से बच सकते हैं। तो चलिए आपको इस बारे में बताते हैं। आप अगली स्लाइड्स में जान सकते हैं कि आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...
फर्जी कॉल से सावधान
- फ्री राशन कार्ड योजना का लाभ सरकार हर राशन कार्डधारक को दे रही है। ऐसे में जालसाज लोगों को फर्जी कॉल करके उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं। आपको ध्यान रखना है कि सरकार की तरफ से ऐसी कोई कॉल नहीं की जाती है जिसमें आपसे कोई जानकारी मांगी जाती हो।
बैंकिंग जानकारी भूलकर न दें
- जालसाज लोगों को राशन कार्ड कार्यालय के अधिकारी बनकर भी कॉल करते हैं। ये आपसे आपकी बैंकिंग जानकारी शेयर करने को बोलते हैं, लेकिन आपको ऐसा कुछ नहीं करना है क्योंकि खाद्य एवं रसद विभाग की तरफ से साफतौर पर कहा गया है कि वो आपकी बैंकिंग जानकारी कॉल के जरिए कभी नहीं मांगते हैं।
ई-केवाईसी के जाल में न फंसे
- जालसाज लोगों को ई-केवाईसी करवाने के नाम पर भी ठगी कर रहे हैं। लेकिन आपको ऐसे फर्जी लोगों से सावधान रहना है, जो आपको ई-केवाईसी के नाम पर ठगने की सोचते हैं। आप ई-केवाईसी के लिए अपने राशन डीलर या राशन कार्यालय में ही संपर्क करें।
गोपनीय जानकारी शेयर न करें
- खाद्य एवं रसद विभाग की तरफ से आपको कॉल करके कभी भी आपसे आपकी गोपनीय जानकारी जैसे- आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड नंबर, राशन कार्ड नंबर और बैंकिंग जानकारी जैसी चीजें नहीं मांगी जाती है। अगर आपको कॉल या ईमेल करके कोई ये मांग रहा है, तो आपको ऐसे कॉल से सावधान रहने की जरूरत है।