आगरा के सुशील नगर में शुक्रवार को हुए दोहरे हत्याकांड के बाद आरोपी गौरव, मदन और अभिषेक ने पुलिस के पूछताछ में कही कि उन्हें हत्या करने का कोई पछतावा नहीं है। एक महीने में छह बार पंचायत करके शिवम को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन वो मानने को तैयार नहीं हुआ। अब बात घर तक आ गई थी, इसलिए जान लेनी पड़ी। थाना एत्माद्दौला पुलिस ने शनिवार को तीनों से फिर बात की। पूछा ऐसा क्यों कर दिया? परिवार में बैठकर बात कर सकते थे। शिवम को समझाकर शांत कर सकते थे। पूजा से तलाक ले सकते थे। पुलिस से शिकायत करते तो कार्रवाई होती। प्रभारी निरीक्षक सत्यदेव शर्मा के मुताबिक, आरोपियों ने कहा कि उन्हें कोई अफसोस नहीं है। बात इज्जत पर आ गई थी। पूजा के लौटने पर शिवम फोन करके घर तक आ गया। अब छोड़ देते तो इज्जत चली जाती। परिवार की बदनामी अलग होती।
बांक से घायल हो गया था गौरव
गौरव का भाई अभिषेक हाथ में बांक लिए था। गौरव ने पुलिस को बताया कि उसने पत्नी के हाथ-पैर तोड़ दिए थे। भाई को पूजा पर बांक मारने से रोका, इसमें उसे भी हाथ में बांक लग गया। शिवम को मारकर आए अभिषेक ने पूजा पर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया। थाने में पुलिस ने गौरव की पट्टी कराई।
बेटी को ससुराल नहीं भेजते तो बच जाती जान
पूजा की हत्या से उसकी मां इंद्रा देवी के आंसू नहीं रुक रहे हैं। वो एक ही बात कह रही हैं कि पूजा को ससुराल नहीं भेजते तो जान बच जाती। गौरव झूठ बोल रहा है। बेटी पर लगाया आरोप गलत है। शिवम, बेटी की मदद करता था। इसके खुन्नस में उसकी भी हत्या कर दी।
गौरव पूजा से मारपीट करता था। सास, ससुर और देवर भी नहीं रोकते थे। इधर, घटना के बाद से गौरव के मोहल्ले में दहशत है। गली के ज्यादातर मोबाइल में सीसीटीवी फुटेज पहुंच गए। रातभर मोहल्ले के लोग सो नहीं सके। शनिवार को लोगों का यही कहना था कि हत्याकांड देखते उनके रोंगटे खड़े हो गए थे।
आरोपियों को सजा तक पहुंचाएंगे साक्ष्य
- पुलिस के पास सबसे अहम साक्ष्य सीसीटीवी हैं। इसमें तीनों शिवम की हत्या करते नजर आ रहे हैं।
- आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त बांक और डंडा बरामद किया गया है। इनसे फिंगर प्रिंट भी लिए जाएंगे।
- घटनास्थल पर लोग भी मौजूद थे। वह सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे हैं। पुलिस फुटेज में दिखे लोगों के बयान लेगी। अगर, वो यह भी कहेंगे कि हत्या के समय आरोपियों के हाथ में डंडे और बांक देखकर बचाने नहीं जा पाए तो भी उनकी गवाही अहम होगी।