कानपुर में साढ़-भीतरगांव मार्ग पर शनिवार रात एक ऐसा भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसके दर्द को अब लंबे समय तक भुला पाना मुश्किल होगा। मुंडन कराकर लौट रहे लोगों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी भरी खंती में जा गिरी। हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। तीन घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद खंती से सभी को बाहर निकाला गया। हादसा इतना विभत्स था कि जिसने भी देखा उनके रोंगटे खड़े हो गए।
ट्रैक्टर पर आगे बैठे सभी मर्द चंद्रिका देवी मंदिर से निकलते ही ट्रैक्टर हाइवे किनारे स्थित एक ठेके पर रोक दिए। ट्रॉली में बैठीं सभी महिलाएं, बच्चियां और बच्चे उन्हें शराब पीने से मना करते रहे, लेकिन कोई नहीं माना। शराब पीने के बाद राजू चाचा ट्रैक्टर बहुत तेज चलाने लगे। गांव से पांच किलो मीटर पहले पहुंचे ही थे कि ट्रैक्टर ट्रॉली एक गड्ढे में पड़ने ही अनियंत्रित हो गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता सड़क किनारे ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई। ट्राली में बैठीं सभी महिलाएं और बच्चे उसके भीतर कैद हो गए। इसके बाद वहां चीख पुकार मच गई। ये बात बात बताते हुए ट्रॉली में सवार राजा राम निषाद की बेटी प्रीति फफक कर रो पड़ी। वो कहे जा रही थी। सब लोगों ने मना किया, लेकिन किसी ने एक न सुनी। अगर लोग मान जाते तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता।
कोई मेरे बेटे और पति से मिला दे
अई हो रमऊ इ का हुई गवा। अब हम का करीं .... हम नाहीं जानीन की ई हुई जाई। हमां बेटवा कहां है। आंख में आंसू, बगल में बेटी और शरीर पर भीगे हुए कपड़े पहने एक महिला अपने पति राजू और मासूम बेटे अभी की तलाश में टकटकी लगाते देख रही थी। हर आने जाने वालों को देखते हुए पति और बच्चे के बारे में पूछते हुए दिखाई। वह भगवान कोसते हुए कह रही थीं कि दो बेटियों के बाद काफी मन्नत मांगने पर अभी पैदा हुआ था। मुंडन संस्कार के लिए पूरा परिवार गया था। हादसे में पूरा परिवार बिखर गया। न ही मेरे बेटे का पता चल रहा है और न ही पति का। कोई मेरे बेटे और पति से मिला दे। ये कहते हुए चिंघाड़ मारकर रो रही थी। हादसे के बारे में पूछते ही वह फफक पड़ती थी। वहीं बेटी का भी रो-रोकर बुरा हाल था।
हर तरफ चीख पुकार मची
हादसे की सूचना जब गांव पहुंची तो सैकड़ों ग्रामीणों का घटना स्थल पर मजमा लग गया। अपने की तलाश में लोग शवों के पीछे पीछे भागते हुए दिखाई दिए। हर तरफ चीख पुकार मची हुई थी। लोग दहाड़े मारकर रो रहे थे तो कुछ लोगों को शांत कराने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह खुद अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे। परिजनों और ग्रामीणों की चीत्कार सुनकर वहां मौजूद लोगों की भी आंख से आंसू झलक पड़ रहे थे।
पहले थी हो चुके कई हादसे
8 जून 2021 सचेंडी किसान नगर हाइवे पर डबल डेकर बस और टैंपो की टक्कर में 18 लोगों की मौत।
03 नवंबर 2021 कानपुर लखनऊ हाइवे पर जाजमऊ चौकी के पास ट्रक और कार की टक्कर से चाचा भतीजे समेत चार की मौत।
29 मई 2022 कानपुर देहात में मुगल रोड पर कार व बस की टक्कर में पिता पुत्र समेत पांच की मौत।
30 जून 2022 टाटमिल चौराहे पर बेकाबू ई बस ने एक दर्जन लोगों को कुचला, छह की मौत।