उत्तर प्रदेश में कानपुर के पनकी स्थित केडीए ड्रीम्स क्वारंटीन सेंटर से दो संवासिनियों को दुष्कर्म के आरोपी ने अपने भाई व चाचा के साथ मिलकर भगाया था। पुलिस ने शुक्रवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
हैरानी की बात ये है कि सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों व अन्य स्टाफ पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। उनको बचाने की कवायद जारी है। संवासिनी गृह की 57 किशोरियों के संक्रमित होने के बाद वहां की अन्य किशोरियों व स्टाफ को केडीए ड्रीम्स में क्वारंटीन किया गया है।
गुरुवार सुबह दो संवासिनी (एक 17 व दूसरी 14 वर्षीय) वहां से फरार हो गई थीं। पुलिस ने कुछ घंटे बाद ही तीनों को पकड़ लिया था। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एफआईआर दर्ज की गई है। तीनों को जेल भेजा जाएगा।
अब पुलिस का दावा है कि फर्रुखाबाद की किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी याकूतगंज, कोतवाली फतेहगढ़ फर्रुखाबाद निवासी रंजीत ने अपने अशोक नगर तिर्वा कन्नौज निवासी भाई प्रताप सिंह और कच्ची बस्ती गोविंदनगर के रहने वाले चाचा पूती लाल के साथ मिलकर किशोरियों को क्वारंटीन सेंटर से भगाया था।
इसलिए असम की किशोरी को ले गई थी साथ
पनकी एसओ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि इन दोनों किशोरियों के साथ एक अन्य किशोरी संवासिनी गृ़ह में साथ रहती थी। वह मूकबधिर है इसलिए उसको छोड़ दिया। असम वाली किशोरी को इसलिए साथ ले गई थी, जिससे किसी को कुछ पता न चल सके। अगर वो वहां रहती तो उसके भागने की बात बता देती। किशोरियों ने पूछताछ में ये बात बताई है।