सहारनपुर में सरसावा के पास रेल ट्रैक के धंसने की वजह से रद्द हुई ट्रेनों से रेलवे को खासा नुकसान हुआ। रेलवे को यात्रियों के टिकट के 25 हजार रुपये लौटाने पड़े। यात्रियों को टिकट का पैसा लेने के लिए खूब जद्दोजहद करनी पड़ी।
सहारनपुर में लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस रद्द की गई। इस ट्रेन के यात्रियों को टिकट का पैसा वापस लेने के लिए परेशानी झेलनी पड़ी। काउंटर पर लाइन इतनी लंबी थी कि एक यात्री का नंबर 20 से 25 मिनट में आया।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में सवार 100 से 125 यात्रियों के करीब 25 हजार रुपये टिकट के वापस किए। इनमें सामान्य टिकट के चार से पांच हजार रुपये हैं, जबकि अन्य पैसा रिजर्वेशन के टिकटों का वापस किया गया। सीएमआई महेश ठाकुर ने बताया कि टिकट वापसी के 20 से 25 हजार रुपये लौटाए हैं।
ट्रेनें रद्द होने से परेशान रहे यात्री
शाहजहांपुर में रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी का कटाव हुआ तो ट्रेनों के पहिए जहां-तहां थमे रहे। जिसके चलते यात्रियों की परेशानी बढ़ गई। कई यात्रियों ने रेलवे के 139 नंबर पर भी फोन कर समस्या के समाधान किए जाने की मदद मांगी। कुछ यात्री ऐसे रहे, जिन्होंने सफर को टाल दिया और अपने घर लौट आए।
लक्सर निवासी शुभम ने बताया कि वह सप्ताह में एक बार लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस से चंडीगढ़ जाते हैं। सोमवार को वह इसी ट्रेन से चंडीगढ़ जा रहे थे कि सहारनपुर में ट्रेन के रद्द होने से परेशानी झेलनी पड़ी। शुभम ने रेलवे के 139 नंबर भी फोन कर ट्रेन को लेकर जानकारी दी।
चंदौसी निवासी गौतम का कहना है कि वह अंबाला में बाइक सही करने का काम करते हैं। ट्रेन के निरस्त होने से काम पर पहुंचने के लिए देर हो रही है। अब बस से ही गंतव्य तक जाना पड़ेगा। बिजनौर निवासी शैंकी का कहना है कि ट्रेन के सहारनपुर में निरस्त होने से परेशानी हुई। रेलवे अधिकारियों से बात की गई तो सही से जवाब नहीं मिला। मुरादाबाद निवासी नौशाद बताते हैं कि उनके बच्चे का इलाज चंडीगढ़ में चल रहा है। वह बच्चे को देखने के लिए चंडीगढ़ जा रहे हैं, लेकिन ट्रेन के निरस्त होने से बस से ही सफर तय करना पड़ा।