देश नए साल का जश्न मना रहा है, लेकिन कोरोना ने नववर्ष का जश्न फीका कर दिया है। वाराणसी में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। 12 बजते ही शहर में कहीं तो पटाखे फोड़े गए, तो कहीं पर सुनसान दिखा। गंगा घाटों, गलियों में रात के समय लोग नहीं दिखे। वहीं, शहर में पुलिस का पहरा दिखा, पुलिसकर्मी जगह-जगहों पर गश्त करते हुए दिखाई दिए। साथ ही नए साल शुरू होने से पहले शुक्रवार की शाम को शहर के बाजारों में भीड़ दिखाई पड़ी।
कहीं केक, तो कहीं शराब खरीदते दिखे लोग
नए साल का जश्न मनाने के लिए शराब की दुकानों पर शाम को ही भीड़ दिखी। साथ ही बेकरी की दुकानों पर केक की खरीदारी के लोग दिखे।
10 बजे के बाद पुलिस का पहरा
गंगा घाटों पर भीड़ न हो इसके लिए पुलिस ने गश्त शुरू कर दी। पुलिस ने 10 बजते अस्सी घाट और दशाश्वमेध घाट समेत अन्य घाट खाली कराने शुरू कर दिए। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने घर पर ही नए साल का जश्न मनाने को कहा है।
12 बजते ही चले पटाखे
कोरोना के साए के बीच इस बार भी नए साल का जश्न फीका रहा। शहर में कहीं-कहीं पटाखे चलते हुए दिखाई दिए। जिला प्रशासन की सख्त हिदायत की वजह से लोगों ने घरों में नए साल का स्वागत किया। साथ ही शहर में डीजे भी कहीं बजता सुनाई नहीं दिया।
कमिश्नरेट पुलिस के आदेश
कमिश्नरेट पुलिस ने सभी थाना प्रभारियों को रात दस बजे के बाद डीजे नहीं बजने देने का निर्देश दिया। वहीं शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच होगी। गंगा घाटों और नाव में सवार होकर उस पार जाकर पार्टी करने वालों भी पुलिस विशेष निगरानी रखेगी। सभी नाविकों को रात 11 बजे के बाद नाव नहीं चलाने का आदेश दिया है। यदि नाव संचालन और पार्टी करते हुए कोई मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई तय है। वहीं गंगा घाट किनारे होटल, रेस्टोरेंट में भी रात्रि कर्फ्यू के दौरान जांच की जाएगी।
गंगा आरती में 2022 के लिए प्रार्थना
गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की आरती में 2022 के आगमन पर उनसे प्रार्थना की गई। गंगा सेवा निधि द्वारा मां गंगा की भव्य दैनिक आरती में दीपों से स्वागतम् 2022 लिखकर और दशाश्वमेध घाट को दीपों से जगमग कर अनोखे ढंग से 2022 का स्वागत किया गया। आरती में मां गंगा से कोरोना महामारी के खात्मे की प्रार्थना की गई।