हिमाचल में परिवहन सेवाएं पटरी पर नहीं लौट आई है। जिला चंबा, शिमला, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले की अधिकांश सड़कें बंद होने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। प्रदेश में 547 सड़कें बंद है। इससे निगम के 400 रूटों पर परिवहन सेवाएं ठप है।
हालांकि मशोबरा और नारकंडा बंद होने से रविवार सुबह बसों को वाया धामी होकर रिकांगपिओं भेजा गया लेकिन दोपहर बाद इन सड़कों के बहाल किए जाने से क्षेत्रों के लिए आन ट्रायल पर बसें भेजी गई।
परिवहन निगम का मानना है कि मशोबरा, खड़ापत्थर और खिड़की को दोपहर बाद यातायात के लिए खोल दिया गया है। इन रूटों पर निगम की 15 बसें विभिन्न क्षेत्रों के लिए भेजी गई है। निगम प्रबंधन ने चालक परिचालकों को निर्देश दिए है कि वह बर्फबारी में बस चलाने का जोखिम न ले। जहां भी सड़कों में फिसलन हो रही है, बसों को सड़कों के किनारे खड़ा कर दे।
हिमाचल के शहरों में बस सेवाएं शुरू कर दी है। बर्फबारी के चलते ऊपरी शिमला में ज्यादातर रूट बंद है। जिला चंबा और धर्मशाला के रूट भी प्रभावित चल रहे हैं। सोमवार से अधिकांश रूट यातायात के लिए बहाल होने की संभावना है। - गोविंद ठाकुर, परिवहन मंत्री
हिमाचल में परिवहन सेवाएं पटरी पर नहीं लौट आई है। जिला चंबा, शिमला, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले की अधिकांश सड़कें बंद होने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। प्रदेश में 547 सड़कें बंद है। इससे निगम के 400 रूटों पर परिवहन सेवाएं ठप है।
हालांकि मशोबरा और नारकंडा बंद होने से रविवार सुबह बसों को वाया धामी होकर रिकांगपिओं भेजा गया लेकिन दोपहर बाद इन सड़कों के बहाल किए जाने से क्षेत्रों के लिए आन ट्रायल पर बसें भेजी गई।
परिवहन निगम का मानना है कि मशोबरा, खड़ापत्थर और खिड़की को दोपहर बाद यातायात के लिए खोल दिया गया है। इन रूटों पर निगम की 15 बसें विभिन्न क्षेत्रों के लिए भेजी गई है। निगम प्रबंधन ने चालक परिचालकों को निर्देश दिए है कि वह बर्फबारी में बस चलाने का जोखिम न ले। जहां भी सड़कों में फिसलन हो रही है, बसों को सड़कों के किनारे खड़ा कर दे।
हिमाचल के शहरों में बस सेवाएं शुरू कर दी है। बर्फबारी के चलते ऊपरी शिमला में ज्यादातर रूट बंद है। जिला चंबा और धर्मशाला के रूट भी प्रभावित चल रहे हैं। सोमवार से अधिकांश रूट यातायात के लिए बहाल होने की संभावना है।
- गोविंद ठाकुर, परिवहन मंत्री