राजधानी शिमला में चार से दस अक्तूबर तक प्रस्तावित राष्ट्रीय पुरुष मुक्केबाजी प्रतियोगिता के आयोजन पर कुल्लू दशहरा भारी पड़ सकता है। मनाली से विधायक और प्रदेश के युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री की आठ अक्तूबर से शुरू होने वाले दशहरे में व्यस्तता के चलते मुक्केबाजी प्रतियोगिता को नवंबर में प्रदेश के किसी मैदानी जिले में करवाने की कवायद शुरू हो गई है।
हालांकि, इसको लेकर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने आयोजन टलने की स्थिति में अन्य विकल्पों पर विचार शुरू कर दिया है। शिमला को छठी बार राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाजी प्रतियोगिता की मेजबानी करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इससे पूर्व डॉ. वाईएस परमार, शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल की सरकारों के कार्यकाल के दौरान भी शिमला में पांच बार राष्ट्रीय स्तरीय मुक्केबाजी प्रतिस्पर्धा का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया है।
इस साल होने जा रही है प्रतियोगिता में सेन, रेलवे, सहित हरियाणा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मणिपुर, असाम, दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों की टीमें इसमें शामिल होंगी। प्रतियोगिता में देश की 38 टीमों के लगभग 300 मुक्केबाज भाग लेंगे। प्रतियोगिता के लिए दो मुक्केबाजी रिंग स्थापित करने की योजना है। युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने बताया है कि जल्द मुक्केबाजी प्रतियोगिता को लेकर फैसला ले लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऊना या सोलन में इसका आयोजन किया जा सकता है।
राजधानी शिमला में चार से दस अक्तूबर तक प्रस्तावित राष्ट्रीय पुरुष मुक्केबाजी प्रतियोगिता के आयोजन पर कुल्लू दशहरा भारी पड़ सकता है। मनाली से विधायक और प्रदेश के युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री की आठ अक्तूबर से शुरू होने वाले दशहरे में व्यस्तता के चलते मुक्केबाजी प्रतियोगिता को नवंबर में प्रदेश के किसी मैदानी जिले में करवाने की कवायद शुरू हो गई है।
हालांकि, इसको लेकर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने आयोजन टलने की स्थिति में अन्य विकल्पों पर विचार शुरू कर दिया है। शिमला को छठी बार राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाजी प्रतियोगिता की मेजबानी करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इससे पूर्व डॉ. वाईएस परमार, शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल की सरकारों के कार्यकाल के दौरान भी शिमला में पांच बार राष्ट्रीय स्तरीय मुक्केबाजी प्रतिस्पर्धा का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया है।
इस साल होने जा रही है प्रतियोगिता में सेन, रेलवे, सहित हरियाणा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मणिपुर, असाम, दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों की टीमें इसमें शामिल होंगी। प्रतियोगिता में देश की 38 टीमों के लगभग 300 मुक्केबाज भाग लेंगे। प्रतियोगिता के लिए दो मुक्केबाजी रिंग स्थापित करने की योजना है। युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने बताया है कि जल्द मुक्केबाजी प्रतियोगिता को लेकर फैसला ले लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऊना या सोलन में इसका आयोजन किया जा सकता है।