पूरामुफ्ती के मंदर गांव में महज 25 हजार रुपयों के लिए सगे भाई ने फूलचंद उर्फ बच्चा (32) की हत्या कर दी। कुल्हाड़ी से सिर पर वारकर उसे मौत के घाट उतार दिया। गंभीर हाल में उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार शाम परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है।
मंदर गांव निवासी मिठाई लाल के चार बेटों में फूलचंद्र सबसे बड़ा था। वह मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का गुजारा करता था। कल्लू, ननका और चौबे उसके तीन बड़े भाई हैं। पुलिस के मुताबिक, पत्नी किरन ने बताया कि उसके पति के चारों भाई अलग-अलग रहते हैं, लेकिन उसकी सास उसके ही परिवार में रहती थीं। पिछले साल सास की तबीयत खराब होने पर पति ने पांच बिस्वा पैतृक जमीन एक लाख में गिरवी रख दी थी, लेकिन लंबे इलाज के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज, आरोपी फरार
जमीन को छोड़वाने के लिए ही उसके पति अन्य तीनों भाइयों से रुपयों की मांग कर रहे थे, जबकि वह उसे देने को तैयार नहीं थे। बृहस्पतिवार शाम भी रुपयों को लेकर भाइयों के बीच बातचीत चल रही थी। आरोप है कि इसी दौरान बात बढ़ गई और उनके बीच झगड़ा होने लगा। बात इतनी बढ़ी कि कल्लू ने कुल्हाड़ी उठा ली और उसके पति के सिर पर वार कर दिया। गंभीर चोट लगने से वह लहुलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा।
चीखपुकार सुनकर परिवार के अन्य लोगों के साथ ही आसपास के ग्रामीण भी जुट गए। गंभीर हाल में उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी सांसें थम गईं। थानाध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी ने तहरीर देकर कल्लू, उसकी पत्नी व उसके बेटे प्रदीप पर हत्या का आरोप लगाया है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है।
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पूरामुफ्ती के मंदर गांव में महज 25 हजार रुपयों के लिए सगे भाई ने फूलचंद उर्फ बच्चा (32) की हत्या कर दी। कुल्हाड़ी से सिर पर वारकर उसे मौत के घाट उतार दिया। गंभीर हाल में उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार शाम परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है।
मंदर गांव निवासी मिठाई लाल के चार बेटों में फूलचंद्र सबसे बड़ा था। वह मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का गुजारा करता था। कल्लू, ननका और चौबे उसके तीन बड़े भाई हैं। पुलिस के मुताबिक, पत्नी किरन ने बताया कि उसके पति के चारों भाई अलग-अलग रहते हैं, लेकिन उसकी सास उसके ही परिवार में रहती थीं। पिछले साल सास की तबीयत खराब होने पर पति ने पांच बिस्वा पैतृक जमीन एक लाख में गिरवी रख दी थी, लेकिन लंबे इलाज के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।