बलिया। जिले के सोहांव ब्लॉक के बसंतपुर विद्युत उपकेंद्र के भरौली फीडर से जुड़े 22 गांवों में 40 घंटे से आपूर्ति ठप है। इसके चलते जहां किसानों के सिंचाई कार्य बाधित हैं, वहीं आधा दर्जन गांवों में पेयजल नलकूपों के नहीं चलने से लोगों के सामने पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। इन गांवों के लोगों के घरों में लगे इनवर्टर भी जवाब दे चुके हैं जिससे लोग बेहाल हैं। विभागीय अधिकारी के अनुसार एचटी तार टूटकर एक घर की छत पर गिरा है, जिसे घर वाले नहीं जोड़ने दे रहे।
बताया जाता है बसंतपुर उपकेंद्र के भरौली फीडर की लाइन महीनों से ध्वस्त है। जर्जर एचटी तार आए दिन कहीं न कहीं टूटकर गिर जाते हैं जिसके चलते आपूर्ति बाधित होती है। करीब दो माह पहले ग्रामीणों ने इसको लेकर विद्युत उपकेंद्र का घेराव कर धरना प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद अधिकारियों ने आश्वासन देकर आंदोलन तो समाप्त कराया लेकिन आज तक जर्जर तारों के बदलने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों के अनुसार, सोमवार की सुबह करीब छह बजे भरौली गांव के पश्चिम बस्ती में एचटी तार अचानक टूटकर पास ही घर की छत पर गिर गया। संयोग रहा कि घर में कोई मौजूद नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा भी हो सकता था। उपकेंद्र से भरौली फीडर पर आपूर्ति बंद कर दी गई। लाइनमैन जब तार को जोड़ने पहुंचे तो घर वालों ने तार जोड़ने यह कहते हुए रोक दिया कि यहां से पोल व तार को हटाया जाए या जाली लगाने के बाद ही तार को जोड़ा जाए। इस खींचतान में इस फीडर पर आपूर्ति बंद है। इसके चलते, जहां रबी की बुआई को लेकर किसान खेतों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। वहीं, अमांव, सोहांव, उजियार आदि गांवों में स्थापित पेयजल नलकूपों के नहीं चलने से पेयजल के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि विभागीय अधिकारी न तो फोन उठा रहे हैं और न ही आपूर्ति बहाल करने को लेकर कोई कार्रवाई ही कर रहे हैं।