बलिया। बयासी पुल से गंगा नदी में फेंका हुआ नवजात जिंदा हालत में मछुआरों को मिला। मछुआरों ने जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में एडमिट कराने के लिए पहुंचे। एसएनसीयू के चिकित्सक ने चाइल्ड लाइन केयर को सूचना देने के बाद कानूनी प्रक्रिया पूरीकर नवजात को भर्ती कर लिया।
बाल रोग विशेषज्ञ डा. राशिद के अनुसार, तीन दिन पूर्व मछुआरों द्वारा शिशु को भर्ती के लिए लाया गया था। शिशु के पीठ पर चोट है और गंभीर घाव हो गया है। नवजात का स्वास्थ्य गंभीर बताया जा रहा है। चिकित्सक इलाज में जुटे हुए हैं। नवजात की उम्र 15 से 20 दिन की है। चिकित्सकों के अनुसार, फिलहाल नवजात के ठीक होने की गारंटी नहीं दी जा सकती है। ठीक करने की कोशिश की जा रही है। नवजात को बयासी पुल से किसने और किस मजबूरी में फेंका यह तो मालूम नहीं है, लेकिन अस्पताल में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। आम लोग नवजात को फेंकने वालों के प्रति आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।