बलिया। 77 वल्नरेबल व 95 क्रिटिकल बूथों पर जिला प्रशासन से लेकर आयोग की नजर रहेगी। इसको लेकर तैयारी चल रही है। खासकर वल्नरेबल बूथों पर चाक चौबंद इंतजाम किए जाएंगे। बीते लोकसभा चुनाव में जिला प्रशासन ने कुल 310 बूथों को क्रिटिकल माना था। इसमें सबसे अधिक बलिया नगर विधान सभा के 116 बूथ थे। इसके अलावा जिला प्रशासन ने 92 मजरों को बेहद संवेदनशील मानते हुए कुल 214 लोगों के चलते 284 मतदाताओं के प्रभावित होने की आशंका जताई थी। इसको लेकर तत्कालीन जिला प्रशासन ने चुनाव के दौरान कार्रवाई भी थी।
प्रशासन की ओर से अब तक जिले में कुल 77 बूथों को वल्नरेबल व 95 बूथों को क्रिटिकल की श्रेणी में रखा है। अब प्रशासन वल्नरेबिलिटी उत्पन्न करने वालों को चिह्नित करने में जुटा है। विधान सभाओं के आरओ की ओर से डाटा तैयार किया जा रहा है ताकि चुनाव के पूर्व इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली जाएं। इस बार प्रशासन से लेकर आयोग तक की नजर वल्नरेबल बूथ, वल्नरेबल व्यक्ति, क्रिटिकल बूथ के कैपचरिंग जैसे हरकतों पर होगी। किसी भी पोलिंग बूथ पर कोई वोटर अगर किसी प्रकार की हरकत करते हुए पाए जाते हैं तो सीधे वह सख्त कार्रवाई की जद में आ जाएंगे। जिला प्रशासन की ओर से इन बूथों पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए जाएंगे ताकि मतदाता निर्भीक होकर मतदान कर सकें।
बलिया। 77 वल्नरेबल व 95 क्रिटिकल बूथों पर जिला प्रशासन से लेकर आयोग की नजर रहेगी। इसको लेकर तैयारी चल रही है। खासकर वल्नरेबल बूथों पर चाक चौबंद इंतजाम किए जाएंगे। बीते लोकसभा चुनाव में जिला प्रशासन ने कुल 310 बूथों को क्रिटिकल माना था। इसमें सबसे अधिक बलिया नगर विधान सभा के 116 बूथ थे। इसके अलावा जिला प्रशासन ने 92 मजरों को बेहद संवेदनशील मानते हुए कुल 214 लोगों के चलते 284 मतदाताओं के प्रभावित होने की आशंका जताई थी। इसको लेकर तत्कालीन जिला प्रशासन ने चुनाव के दौरान कार्रवाई भी थी।
प्रशासन की ओर से अब तक जिले में कुल 77 बूथों को वल्नरेबल व 95 बूथों को क्रिटिकल की श्रेणी में रखा है। अब प्रशासन वल्नरेबिलिटी उत्पन्न करने वालों को चिह्नित करने में जुटा है। विधान सभाओं के आरओ की ओर से डाटा तैयार किया जा रहा है ताकि चुनाव के पूर्व इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली जाएं। इस बार प्रशासन से लेकर आयोग तक की नजर वल्नरेबल बूथ, वल्नरेबल व्यक्ति, क्रिटिकल बूथ के कैपचरिंग जैसे हरकतों पर होगी। किसी भी पोलिंग बूथ पर कोई वोटर अगर किसी प्रकार की हरकत करते हुए पाए जाते हैं तो सीधे वह सख्त कार्रवाई की जद में आ जाएंगे। जिला प्रशासन की ओर से इन बूथों पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए जाएंगे ताकि मतदाता निर्भीक होकर मतदान कर सकें।