बांदा। वार्ड आरक्षण जारी होने के बाद नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में सभासद/सदस्य पद के लिए दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है। चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे दावेदारों ने टिकट के लिए पार्टी नेताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। अध्यक्ष से लेकर सभासद का चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ा जाएगा। नतीजतन भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस ने चुनाव मैदान में कूदने की तैयारी मजबूती के साथ शुरू कर दी है।
जिले में दो नगर पालिका और छह नगर पंचायतें हैं। वार्डों के आरक्षण की घोषणा होने के साथ ही संभावित दावेदारों ने सांसद, विधायक समेत पार्टी के बड़े नेताओं के चक्कर लगाना शुरू कर दिए हैं। सबसे ज्यादा उम्मीदवारों की लंबी लाइन बांदा नगर पालिका के वार्डों से चुनाव लड़ने वालों की है। सत्तारूढ़ दल भाजपा के सिंबल पर चुनाव लडने के लिए हर वार्ड में औसतन लगभग 15-20 लोगों ने आवेदन कर टिकट की इच्छा जताई है। अन्य पार्टियों में भी यही हालत है।
यही हालत सपा, बसपा और कांग्रेस में है। इनके सिंबल पर चुनाव लड़ने के लिए संभावित दावेदार सुबह से लेकर रात तक नेताओं के घरों में दस्तक दे रहे हैं। समाज में किए गए कार्य गिना रहे हैं। जिलाध्यक्षों को अपना बायोडाटा दे रहे हैं।
चार्ट
टिकट के लिए पार्टियों में आए आवेदन
नगर पालिका/पंचायत वार्ड भाजपा सपा बसपा कांग्रेस
बांदा नगर पालिका 31 538 450 425 350
अतर्रा नगर पालिका 25 300 310 300 280
बबेरू नगर पंचायत 16 250 270 250 200
नरैनी नगर पंचायत 12 200 200 170 150
तिंदवारी नगर पंचायत 10 150 160 140 150
बिसंडा नगर पंचायत 15 220 200 150 130
ओरन नगर पंचायत 10 200 150 150 100
मटौंध नगर पंचायत 14 250 200 150 150
अध्यक्ष के आरक्षण पर निगाहें
वार्डों का आरक्षण जारी होने के बाद अब अध्यक्ष पद के आरक्षण पर सभी की निगाहें टिकी हैं। राजनीतिक दलों समेत आम लोगों में इसे लेकर दिनभर चर्चा गर्माई है। आरक्षण जरूर अभी जारी नहीं हुआ, लेकिन संभावित उम्मीदवार टिकट के लिए स्थानीय से लेकर लखनऊ तक बड़े नेताओं के संपर्क में हैं।