बांदा। नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए जारी आरक्षण ने चुनाव की तैयारी में जुटे दावेदारों की गणित बिगाड़ दी है। नए आरक्षण के साथ समीकरण बदलने पर अब दावेदार दूसरी गोट बिछाने में जुट गए हैं। इनमें बड़ी पार्टियों के दावेदार भी शामिल हैं।
निकाय चुनाव के संभावित उम्मीदवार करीब एक साल से तैयारी में जुटे थे। भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के संभावित दावेदार मतदाताओं के बीच जाकर पहचान बनाने में लगे रहे। उन्हें पूरा भरोसा था कि सीट आरक्षण मनमाफिक होगा। लेकिन आरक्षण सूची ने पूरे समीकरण बदल दिए हैं।
हालांकि कई पार्टियों के नेता आरक्षण पर आपत्ति की तैयारी में भी जुट गए हैं। सपा जिलाध्यक्ष विजयकरन यादव और बसपा जिलाध्यक्ष गुलाब वर्मा ने कहा कि निस्तारण की उम्मीद के साथ कुछ सीटों पर आपत्तियां दाखिल करेंगे। कांग्रेस के नेता भी आपत्तियां दाखिल कर सकते हैं।