बरेली। नियमों को ठेंगा दिखा एक ही ठेकेदार को फायदा पहुंचाने में लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एम निसार पर कार्रवाई हुई है। उन्हें लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। पिछले दिनों पीलीभीत में सड़क उखड़ने का वायरल होने वाला वीडियो भी कार्रवाई की वजह बना है। उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठे और पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने वीडियो साझा करते हुए शासन से कार्रवाई की मांग की थी।
बरेली के मुख्य अभियंता एमएम निसार पर बदायूं निवासी सतीश चंद्र ने लोकायुक्त को शिकायत की थी कि एक ही फ र्म को पीलीभीत, शाहजहांपुर और बरेली में 13 महीने में 33 काम एक ही फर्म को लगातार दिए गए। इस प्रकरण की लोकायुक्त तक शिकायत की गई थी। आरोप लगाया था कि उन्हाेंने पद का दुरुपयोग करते हुए एक फर्म को लाभ पहुंचाया। शिकायत में उन्हाेंने पीलीभीत के रपटऊवा नाले पर बनने वाली आरसीसी पुल निर्माण में टेंडर प्रक्रि या पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यह टेंडर पांच करोड़ 14 लाख था। चार बार टेंडर निकाले गए और उन्हें निरस्त किया गया। पांचवी बार में टेंडर की लागत करीब 45 लाख बढ़ाकर उसी फर्म को दे दिया गया।
इसके अलावा पीलीभीत में सड़क बनाने का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसकी गुणवत्ता काफ ी खराब थी। वीडियो वायरल होते ही विपक्षी नेताओं ने भी इसे मुद्दा बना लिया। इससे सरकार की फजीहत हुई थी। मामला शासन तक पहुंचा तो शुरुआत में प्रकरण में दो जेई निलंबित कर दिए गए। अब शासन ने मुख्य अभियंता को लखनऊ से अटैच कर लिया है। माना जा रहा है शासन से अभी और कार्रवाई होनी तय है।
एसके अग्रवाल को बरेली मंडल का अतिरिक्त प्रभार
बरेली। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एमएम निसार को लखनऊ से अटैच करने के बाद इस पद की जिम्मेदारी आगरा के मुख्य अभियंता एसके अग्रवाल को दी गई है। उनके पास यह अतिरिक्त प्रभार रहेगा। वर्तमान में उनके पास बांदा, आगरा और अलीगढ़ के मुख्य अभियंता की भी जिम्मेदारी है।