बरेली। संविदा लाइनमैन कैलाश की मौत के बाद अधिकारी मौके से भाग खड़े हुए। कर्मचारियों ने बताया कि जब कैलाश लाइन पर चढ़ा तब मौके पर उप खंड अधिकारी और एसई मौजूद थे। उनके कहने पर कैलाश खंभे पर चढ़े थे, लेकिन घटना के बाद कोई अफसर मौके पर नहीं आया। एसई विकास सिंघल का कहना था कि घटना के समय कोई नहीं था। उससे पहले वह निरीक्षण के निकले थे। घटना के बाद गुस्साए परिजनों व कर्मचारियों ने अधिकारियों के विरोध में नारेबाजी की। घटनास्थल पर जब एंबुलेंस आई तब कर्मचारियों ने एक घंटे तक शव नहीं उठाने दिया। दोपहर 3.05 बजे हादसा हुआ और शव 4.50 पर ही उठाया जा सका। कैलाश के बड़े भाई आकाश ने बताया कि कैलाश की पत्नी और दो बच्चे हैं।
पहले भी खतरे में पड़ती रही जान
बगैर सुरक्षा उपकरण के काम करने से पहले भी जान पर खतरा बनता रहा है। अमर उजाला ने भी 30 अक्तूबर को इस संबंध में समाचार प्रकाशित कर चेतावनी दी थी, लेकिन जिम्मेदार नहीं चेते।
हादसे दर हादसे
24 मई 2022 : विद्युत उप केंद्र धौराटांडा में बिना सेफ्टी उपकरण के बिजली लाइन पर काम कर रहे मोर सिंह गिर गए थेे। हड्डी में फ्रैक्चर हुआ था।
19 अक्तूबर 2022 : हरुनगला सब स्टेशन क्षेत्र में ग्रीन पार्क के निकट काम करते गिरने से सचिन यादव कुमार गिरे थे। हाथ में फ्रैक्चर हो गया है।
20 अक्तूबर 2022 : मिनी बाईपास पर बिना सेफ्टी बेल्ट के काम करते समय राहुल कुमार सिंह खंभे से गिरे। अभी तक पूरी तक ठीक नहीं हो सके।
कर्मचारी बोले... सेफ्टी बेल्ट न दस्ताने
खंभे के नीचे मौजूद कर्मचारी नरायनदास और रमेश ने बताया कि कैलाश बगैर दस्ताने और सेफ्टी बेल्ट के ही खंभे पर चढ़ा था। अगर यह उपकरण के पास होते तो उसकी जान बच सकती थी। वह खंभे से सीधे जमीन पर आ गिरा। अगर सेफ्टी बेल्ट पहने होता तो जमीन पर नहीं गिरता। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट को संविदा निविदा कर्मचारी संघ के मंडल उपाध्यक्ष मुकेश कुमार कठेरिया और जिलाध्यक्ष रिंकू श्रीवास्तव ने उस ज्ञापन की प्रति दिखाई जो उन्होंने चीफ इंजीनियर को दी थी। इस ज्ञापन में सुरक्षा उपकरण न देने का मुद्दा उठाया गया था।
अधिकारी बोले...कंपनी को लिखा गया था
सुरक्षा उपकरण न देने के मुद्दे पर अधिकारियों का जवाब पुराने ढर्रे वाला ही दिखा। ज्ञापन लेते वक्त उन्होंने कहा था कि संविदा पर रखने वाली कंपनी को उपकरण देने के लिए कहेंगे। यह कहना और सुनना ही कैलाश की जिंदगी पर भारी पड़ गया। हादसे के बाद एसई विकास सिंघल ने कहा कि कंपनी को लिखा गया था।