बरेली। यह स्मार्ट सिटी का हाल है। 23 मीटर लंबी और सवा दो मीटर चौड़ी गली में सड़क बनवाने के लिए जनता अधिकारियों और नेताओं के पास गुहार लगाती रही। उन्हें आश्वासनों के सिवाय कुछ न मिला। थक-हार कर खुद ही चंदा एकत्र कर सड़क का निर्माण शुरू करवा दिया। वार्ड - 80 के रबड़ी टोला और वार्ड - 78 के सूफी टोला मोहल्ले के बीच एक गली है। इस गली में रहने वाले लोगों ने अदद सड़क के लिए के लिए नेताओं और अफसरों तक कई बार गुहार लगाई, लेकिन उनके हाथ कुछ न लगा। अब मजबूरन लोग खुद ही सड़क और सीवर टैंक का निर्माण कर रहे हैं। नाराज लोगों ने निकाय चुनाव में वोट नहीं देने का फैसला किया है।
पौने दो लाख जुटाए और शुरू करा दिया काम
इस गली में छह मकान हैं। इसमें एक पट्टी वार्ड-80 में है और सामने की पट्टी वार्ड-78 में है। गली वासियों ने बताया कि गली की सड़क और सीवर का निर्माण 20-25 पहले हुआ था। सीवर टैंक चोक हो चुका है और सड़क भी उधड़ चुकी है। दो वर्षों से परेशानी झेल रहे लोगों ने दोनों वार्डों के पार्षदों से बात की मगर सिर्फ आश्वासन मिला। नगर निगम के अधिकारियों से दुखड़ा रोया तो यहां भी वादा ही मिला। आपस में पैसा एकत्र कर कार्य शुरू करा दिया है। यह गली 23 मीटर लंबी और सवा दो मीटर चौड़ी है। इसमें करीब डेढ़ से पौने दो लाख रुपये की लागत आ रही है। इन दिनों इस गली में निर्माण कार्य चल रहा है।
इस बार नहीं देंगे किसी को वोट
इस गली के रहने वाले जमात रजा मुस्तफा के प्रवक्ता समरान खान ने कहा कि इस गली के लोग अपने-अपने वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों को वोट देते हैं। अब नगर निगम के चुनाव आ रहे हैं। लोगों का मानना है कि जब उनकी गली का कोई पुरसाने हाल नहीं तो इस बार वोट भी नहीं।
गली से लोगों से बातचीत
गली निवासी हाजी महमूद अली का कहना है कि नगर निगम इस गली से हाउस टैक्स लेता है, वाटर टैक्स लेता है, सीवर टैक्स लेता है, मगर सुविधा के नाम पर सब सिफर है।
मास्टर जिया उल्लाह खां ने कहा कि उनकी गली की समस्या पार्षदों को बताई। दो साल पहले तत्कालीन नगर आयुक्त को प्रार्थना पत्र दिया। निर्माण विभाग के भी चक्कर काटे पर कुछ नहीं हुआ।
हाजी अब्दुल कय्यूम नूरी का कहना है कि काफी समय से सड़क खराब पड़ी थी, जगह-जगह गड्ढे हो गए थे। अक्सर सीवर का पानी घरों में भर जाता है, कोई सुनने वाला नहीं है।
गली निवासी अरशद रजा का कहना है कि बड़ी शर्मनाक स्थिति है। कोई सुनने वाला नहीं, भरोसा सब देते है, पर काम कोई नहीं करता। बस नगर निगम को टैक्स चाहिए तो पार्षद को वोट।
यहां भी सीमा विवाद
मेरे क्षेत्र की कुछ गलियां दूसरे वार्ड के बार्डर को छूती हैं, मगर उनके क्षेत्र में नहीं है। उसी में रजा चौक के निकट की यह गली भी है जो उनके वार्ड में नहीं आती। इसलिए उससे कोई लेना देना नहीं।
- अंजुम शमीम, पार्षद, वार्ड 78
मैंने अपने क्षेत्र में बहुत काम कराया हैं, मगर दो साल से नगर निगम में फंड की कमी के कारण कुछ काम छूट गए हैं। ऊपर से दो साल से कोराना की वजह से भी बहुत से काम रुके रह गए।
- जुबैदा बी, पार्षद, वार्ड 80