लॉकडाउन ने पंचायत चुनाव में जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों की खुशी फीकी कर दी। प्रत्याशी समर्थकों के साथ मतगणना केंद्र पर पहुंचे।
निर्वाचन अधिकारी ने जीत को घोषणा की, तो विजयी प्रत्याशी के चेहरे पर खुशी नजर आई, साथ ही जश्न न मना पाने का मलाल भी दिखाई दिया। विजयी प्रत्याशी ने जीत का प्रमाणपत्र लिया और चुपचाप घर चले गए। विजयी प्रत्याशियों की गर्दन फूलमालाओं से भरी भी नहीं दिखाई दी।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान के बाद रविवार को मतगणना शुरू होने से पहले ही मतगणना केंद्रों पर प्रत्याशियों, उनके एजेंट व समर्थकों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। हर प्रत्याशी अपनी जीत की आशा लेकर मतदान केंद्र पर पहुंचा।
एजेंट व समर्थक भी अपने प्रत्याशी का जीत और उसके बाद जश्न मनाने को लेकर चर्चा करते रहे। जैसे ही मतगणना केंद्र पर प्रधानी, क्षेत्र पंचायत आदि के पद पर किसी प्रत्याशी प्रत्याशी की जीत का निर्वाचन अधिकारी ने ऐलान किया, तो विजयी प्रत्याशी व उनके समर्थकों पर खुशी की लहर छा गई।
उसी दौरान केंद्र पर मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने राज्य चुनाव आयोग और सरकार के आदेशों के साथ ही लॉक डाउन होने की बात प्रत्याशी व उसके समर्थकों से बताई। साथ ही हिदायत दी कि जीत का प्रमाणपत्र लने के बाद कोई जश्न नहीं मनाएगा।
लॉकडाउन ने पंचायत चुनाव में जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों की खुशी फीकी कर दी। प्रत्याशी समर्थकों के साथ मतगणना केंद्र पर पहुंचे।
निर्वाचन अधिकारी ने जीत को घोषणा की, तो विजयी प्रत्याशी के चेहरे पर खुशी नजर आई, साथ ही जश्न न मना पाने का मलाल भी दिखाई दिया। विजयी प्रत्याशी ने जीत का प्रमाणपत्र लिया और चुपचाप घर चले गए। विजयी प्रत्याशियों की गर्दन फूलमालाओं से भरी भी नहीं दिखाई दी।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान के बाद रविवार को मतगणना शुरू होने से पहले ही मतगणना केंद्रों पर प्रत्याशियों, उनके एजेंट व समर्थकों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। हर प्रत्याशी अपनी जीत की आशा लेकर मतदान केंद्र पर पहुंचा।
एजेंट व समर्थक भी अपने प्रत्याशी का जीत और उसके बाद जश्न मनाने को लेकर चर्चा करते रहे। जैसे ही मतगणना केंद्र पर प्रधानी, क्षेत्र पंचायत आदि के पद पर किसी प्रत्याशी प्रत्याशी की जीत का निर्वाचन अधिकारी ने ऐलान किया, तो विजयी प्रत्याशी व उनके समर्थकों पर खुशी की लहर छा गई।
उसी दौरान केंद्र पर मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने राज्य चुनाव आयोग और सरकार के आदेशों के साथ ही लॉक डाउन होने की बात प्रत्याशी व उसके समर्थकों से बताई। साथ ही हिदायत दी कि जीत का प्रमाणपत्र लने के बाद कोई जश्न नहीं मनाएगा।