भरुआसुमेरपुर। स्त्री के सम्मान से ही समाज सभ्य और संस्कारवान बनेगा। यह विचार गायत्री तपोभूमि में श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथा व्यास दुर्गा प्रसाद द्विवेदी ने व्यक्त किए।
रविवार को कथा व्यास ने कहा कि ईश्वर की इच्छा के बगैर संसार में कुछ भी संभव नहीं हो सकता है। समाज को सभ्य एवं संस्कार युक्त बनाने के लिए हमें संयुक्त रूप से प्रयास करना होगा।
यज्ञवेदी में यज्ञाचार्य माधवानारायण शास्त्री, बलदेव प्रसाद शास्त्री, आचार्य उमादत्त शास्त्री के नेतृत्व में गायत्री महामंत्र का जाप जारी है। यजमान भार्गव प्रसाद मिश्रा सपत्नीक यज्ञवेदी मौजूद रहकर आहुतियां दे रहे हैं।