न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: गीतार्जुन गौतम
Updated Sat, 06 Jun 2020 12:41 PM IST
प्रयागराज में तिहरे हत्याकांड में वांछित 25 हजार के इनामी बदमाश मनोज शुक्ला सहित तीन बदमाशों को वाराणसी के सिगरा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार मनोज शुक्ला कोनिया विजयीपुर का रहने वाला है, जबकि लालू ठठेरा उर्फ बाला लखंदर और राजू सेठ उर्फ सोहन लाल सेठ औसानगंज के रहने वाले हैं।
तीनों के पास से 21 किलो गांजा, सोने के पांच गुटके और एक बाइक बरामद हुई है। मनोज के खिलाफ 28 मुकदमे और लालू के खिलाफ 12 मुकदमे दर्ज हैं।
एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने शनिवार को पुलिस लाइन सभागार में बताया कि मनोज और लालू ने हाल के दिनों में सिगरा, लंका और शिवपुर क्षेत्र में चेन स्नेचिंग की कई घटनाओं को अंजाम दिया था। दोनों छीनी गई चेन को सराफा कारोबारी राजू सेठ को बेच देते थे।
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर मनोज और लालू को चिह्नित कर सीओ चेतगंज अनिल कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर सिगरा आशुतोष कुमार ओझा, दरोगा अनुज तिवारी, अमित यादव, विनय यादव, आदित्य कुमार सिंह, अमित सिंह और अर्जुन सिंह की टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया।
दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर राजू सेठ को भी गिरफ्तार किया गया। एसपी सिटी ने बताया कि बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी प्रभाकर चौधरी की ओर से 25 हजार रुपये का नगद इनाम दिया गया है।
एसपी सिटी ने बताया कि मनोज सहारनपुर जेल में निरुद्ध बदमाश संतोष शुक्ला का भाई और उसके गिरोह का सदस्य है। वर्ष 2016 में प्रयागराज में नैनी जेल के सामने हुए तिहरे हत्याकांड में मनोज वांछित था।
प्रयागराज में तिहरे हत्याकांड में वांछित 25 हजार के इनामी बदमाश मनोज शुक्ला सहित तीन बदमाशों को वाराणसी के सिगरा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार मनोज शुक्ला कोनिया विजयीपुर का रहने वाला है, जबकि लालू ठठेरा उर्फ बाला लखंदर और राजू सेठ उर्फ सोहन लाल सेठ औसानगंज के रहने वाले हैं।
तीनों के पास से 21 किलो गांजा, सोने के पांच गुटके और एक बाइक बरामद हुई है। मनोज के खिलाफ 28 मुकदमे और लालू के खिलाफ 12 मुकदमे दर्ज हैं।
एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने शनिवार को पुलिस लाइन सभागार में बताया कि मनोज और लालू ने हाल के दिनों में सिगरा, लंका और शिवपुर क्षेत्र में चेन स्नेचिंग की कई घटनाओं को अंजाम दिया था। दोनों छीनी गई चेन को सराफा कारोबारी राजू सेठ को बेच देते थे।